शेखर की रिपोर्ट
पिछले 2 सालों में कोरोना मैं ऐसा कह डाला कि इंसानों का जीने का तरीका ही बदल दिया जहां एक तरफ मेला पूजा त्योहारों में लोग घूमा करते थे और बड़े-बड़े पंडालों को देखा करते थे आज वह पंडाल कोरोना के चलते सिमट के रह गया वहीं कोरोना के तीसरी लहर को देखते हुए इस बार भी दुर्गा पूजा पर लोगों को बोकारो के सेक्टर 9 या सेक्टर 2 के पंडालों देखने को नहीं मिलेगी जहां हर साल 5000000 का बजट पंडाल के लिए होता था तो वहीं अब करो ना के चलते तीन से चार लाख के बजट में ही भव्य पूजा पंडाल मां की प्रतिमा की स्थापना की जा रही है करो ना काल में पहले 20 फीट तक की मूर्ति स्थापित की जाती थी अब इसे घटाकर 6 फीट तक की कर दी गई है कोरोना के कारण समिति ने इस बार सादे ढंग से ही पंडाल निर्माण का कार्य शुरू कर दिया है तो वहीं पिछले 2 साल पहले की बात किया जाए तो मां की प्रतिमा के साथ-साथ पंडाल भव्य होता था । धीरे धीरे सजावट की ख्याति पूरे झारखंड में फैल गई दूर-दूर से लोग दुर्गा पूजा में बोकारो के सेक्टर नाइन हो या सेक्टर 4 या 12 में सजने वाले पंडाल को देखने पहुंचते हैं थे वहीं विभिन्न कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता था साथ ही भव्य मेले का आयोजन किया जाता था जिसे दूर दराज से लोग यहां देखने के लिए आते थे साथ ही माता के दर्शन के लिए भी लंबी लाइनें लगी रहती थी वही दुर्गा पूजा का समय आते ही लोग डांडिया का लुफ्त उठाने के लिए अपने-अपने शहरों प्रोग्राम किया जाता था अब पिछले करुणा के चलते सरकार के द्वारा जारी गाइडलाइन के तहत मूर्ति स्थापना की जा रही है जहां भव्य लाइट और भव्य पंडाल ए अब वह सिमट के छोटा हो गया है सद्दालू को देखने के लिए पंडाल के अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी लेकिन लोग बाहर से दर्शन कर सकेंगे सभी दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को मास्क अनिवार्य रूप से पहनना होगा इस गाइडलाइन से इस साल भी मां दुर्गा पूजा का स्थापना किया जा रहा है।