किसानो द्वारा रोका गया गाज़ीपुर बॉर्डर आज सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर खालीकिया है | किसान संयुक्त मोर्चा ने जारी किया बयान भारतीय किसान संघ (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत सहित किसानों ने गाजीपुर बॉर्डर पर फ्लाईओवर के नीचे दिल्ली जाने वाली सर्विस लेन को खोल दिया है. किसानों ने सबसे पहले इसी रास्ते को रोका था. रास्ता सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद खोला गया है. किसानों ने रास्ते से तंबू हटाने शुरू कर दिए हैं.
इस बीच भारतीय किसान संघ (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा कि उन्होंने रास्ता रोका ही नहीं था बल्कि पुलिस ने बैरिकेडिंग की हुई थी. टिकैत का कहना है कि अब दिल्ली पुलिस ही जाने, कि रास्ते का आगे क्या करना है. जब टिकैत से पूछा गया कि आप ये टैंट क्यों हटा रहे हैं? तो उन्होंने कहा, ‘दिल्ली जाना है हमें.’ जब उनसे पूछा गया कि क्या आप रास्ता खोल रहे हैं? तो उन्होंने कहा, ‘हमने कहां रास्ता रोका है, रास्ता पुलिस ने रोका हुआ है. इन्होंने (पुलिस) कहा तुम भी हटा लो, हम भी हटा रहे हैं.’ उनसे पूछा गया कि क्या किसान रास्ता पूरा खोलेंगे, तो टिकैत ने कहा, ‘हां पूरा खोलेंगे.’
किसान संयुक्त मोर्चा ने बयान जारी करते हुए कहा है कि, ‘किसान भाइयों यह अफवाह फैलाई जा रही है कि गाजीपुर बॉर्डर खाली किया जा रहा है। यह पूर्णतया निराधार है, हम यह दिखा रहे हैं कि रास्ता किसानों ने नहीं दिल्ली पुलिस ने बंद किया है।’
किसानों द्वारा बीते 11 महीने से दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को सुप्रीम कोर्ट ने रास्ता छोड़ने के लिए कहा है। इसके बाद दिल्ली-गाजियाबाद के बॉर्डर यानी यूपी गेट पर हलचल दिखाई दी। गुरुवार दिन में यूपी गेट पर फ्लाईओवर के नीचे सर्विस लेन से किसानों ने अपने टेंट हटा लिए हैं।
टिकैत ने पत्रकारों से बात करते हुए ये भी कहा कि भारत सरकार नहीं मानेगी तो आंदोलन जारी रहेगा। वह बोले कि किसान यहां से नहीं हटेंगे लेकिन लोगों को रास्ता देंगे। राकेश टिकैत ने कहा कि हम यहां एक पोस्टर लगाएंगे कि भारत सरकार ने रास्ता रोका हुआ है।
दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के सड़कें बंद करने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भी नाराजगी जताई है. कोर्ट ने किसानों से कहा कि वह सड़क से हटने के संबंध में अपना जवाब दाखिल करें इसके लिए किसानों को कोर्ट ने वक्त भी दिया है. मामले की सुनवाई करते हुए जस्टिस एसके कॉल ने कहा कि सड़कें साफ होनी चाहिएं. हम बार-बार कानून तय नहीं कर सकते हैं. उन्होंने किसानों से कहा कि उन्हें आंदोलन करने का अधिकार है लेकिन वह सड़क जाम नहीं कर सकते.
किसानों ने नोएडा को दिल्ली से जोड़ने वाली सड़कों को ब्लॉक किया हुआ है. जिसके चलते लोगों को काफी परेशानी हो रही है. इसी परेशानी को देखते हुए याचिकाकर्ता ने कोर्ट में याचिका दायर की थी. उनकी मांग है कि किसानों को सड़क से हटाया जाए. अब कोर्ट इस मामले में अगली सुनवाई 7 दिसंबर को करेगा सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा कि अब कुछ समाधान निकालना होगा. सड़कों को इस तरह बंद नहीं किया जा सकता. यहां से लोगों को आना-जाना पड़ता है