शेखर की रिपोर्ट
झारखंड-चास एसडीएम ने उपायुक्त बोकारो के साथ गुरुवार को उच्च स्तरीय वार्ता करवाने के आश्वासन के बाद, एडीएम बिल्डिंग से समक्ष आठ दिन तक चले अनिश्चितकालीन आंदोलन को बुधवार को स्थगित कर दिया गया था। वार्ता को लेकर सैकडों विस्थापित अप्रेंटिस युवक जाहेरगढ़ में जमा हुए थे। वार्ता का समय जब हुआ तो सूचना दी गयी कि उपायुक्त राँची निकल गए। जिससे विस्थापित आक्रोशित हो गए और उपायुक्त कार्यालय पहुंच गए और आक्रोश जताया। खबर मिलते ही सिटी थाना प्रभारी मौके पर पहुँचे और विस्थापितों को समझाने का प्रयास किया। थाना प्रभारी ने कहा कि शुक्रवार को आपलोगों का निश्चित रूप से वार्ता होगा। इसके बाद विस्थापित युवक जुलूस की शक्ल में प्रशासनिक भवन पहुँचे और जमकर नारेबाजी करते हुए मेन गेट एवं सिटी सेन्टर पहुँच कर प्रबंधन के विरोध में जम कर नारेबाजी की। अमजद हुसैन ने कहा हम विस्थापितों की सीधी लड़ाई बीएसएल प्रबंधन से है। हम इतना धोखा खा चुके हैं कि अब किसी की बात पर भरोसा नहीं रहा। किसी जरूरी कारण से अगर वार्ता स्थगित करनी पड़ी तो जिला प्रशासन को पहले ही लिखित सूचना देनी चाहिए थी। जिला प्रशासन के लिए ये छोटी बात हो सकती है पर बेरोजगार विस्थापितों के लिए बहुत बड़ी बात है। जुलूस में अरविंद कुमार, विनोद सोरेन, प्रफ्फुल महतो, दुर्गा चरण, मुबारक अंसारी, प्रमोद महतो, विकास प्रमाणिक, सुंदर लाल महतो, विनोद सोरेन, श्याम प्रसाद नायक, प्रमोद दास, अनिशुल, बसंत, संतोष, ब्रह्मदेव, उमेश, राज कुमार, सुनील मोदी, बिरेन्द्र, सुनील, शाहिद, सुभाष, सचिन सोरेन, गुलाम जिलानी, शशि भूषण, विकास, मिहिर गोप, अनिल, शिव प्रसाद सोरेन, सुरेंद्र, सद्दाम हुसैन, राज कुमार, वरुण, जानकी, अंकित, रूपेश, राजेन्द्र, महताब, उमेश, दीपक, किशोर ठाकुर, शाहबाज, अमित तुरी, आशीष, निशांत, ताहिर, शुभम, बादल, प्रेम समेत सैकड़ो बेरोजगार विस्थापित अप्रेंटिस मौजूद थे।