रेशम वर्मा कि रिपोर्ट
बया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल किसानों की कड़ी मेहनत से उगाये गए धानों को ख़रीदने के लिए पूरी तरह से तैयार है।वही धान खरीदी को लेकर विभाग स्तर पर तैयारियां जोरो पर है शासन-प्रशासन पूरी तरह सजग है इस वर्ष 1दिसंबर को धान खरीदी शुरू की जाएगी। इसी बीच एक मामला प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति बया में पदस्थ प्रभारी समिति प्रबंधक मुकेश कुमार सिन्हा पर धान खरीदी केन्द्र में किए गए लाखों रुपयों के गबन में फंसे प्रभारी समिति प्रबंधक को इस वर्ष भी किसानों की धान खरीदी करने का जिम्मेदारी सौपना समझ से परे है ।आशंका जताई जा सकती है कि प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति बया पंजीयन क्रमांक 2322 में उच्च पदों पर आसीन अधिकारी सह विभागीय स्तर पर अधिकारियों-कर्मचारियों का संरक्षण प्राप्त होगा तभी तो प्रभारी समिति प्रबंधक मुकेश कुमार सिन्हा का हौसला बुलन्द है।सूत्रों से मिली प्राप्त जानकारी अनुसार प्रभारी समिति प्रबंधक मुकेश कुमार सिन्हा दो-दो पदों पर काबिज है पहले उज्जवला योजना का प्रबंधक हैं।अपने पद का दुरुपयोग करते हुए मनमानी तौर से प्रमोशन सहायक समिति प्रबंधक का बढ़ोतरी वेतन बिना उच्च कार्यलय के स्वीकृति पश्चात लिया जा रहा है।वही पूर्व में समिति में उच्च पदों में आसीन ब्यक्तियों के संरक्षण प्राप्त होने से किसानों की अनुदान राशि को हढ़पने से नहीं चूके वही पिछले वर्ष 2020-21 में धान खरीदी केन्द्र में डेनेज त्रिपाल खरीदी के नाम पर लाखों रुपयों को बिना संचालन मंडल को जानकारी दिए बगैर ही आहरण कर राशि हड़प लिया गया।वही बया समिति से विभाजित सहकारी समिति बार एवं सहकारी समिति रिकोकला का वित्तीय अधिकार अपने पास रखा हुआ है।प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति में वर्षों से सेवा देते आ रहे सीनियर कर्मचारियों-मोहित राम साहू,अरुण कुमार दीवान, चेतन ड़ड़सेना,कमल साहू का आज पर्यन्त तक पदोन्नति नहीं होना उपहास उड़ाने जैसा है। आज भी इनके ऊपर ठोस कार्यवाही नहीं होने से और समिति पदाधिकारियो सह विभागीय अधिकारियों के संरक्षण में हौसले बुलंद है।