धर्मशाला
हिमाचल प्रदेश (Himachal News) में सवर्ण आयोग के गठन की मांग को लेकर धर्मशाला में शीत सत्र के पहले दिन विधानसभा परिसर तपोवन से करीब एक किलोमीटर पीछे जोरावर स्टेडियम में जमकर बवाल हो रहा है. प्रदेशभर से सैकड़ों लोग यहां एकत्रित हुए हैं. विधानसभा परिसर का घेराव करने की कोशिश की गई, प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड्स तोड़ दिए और तपोवन विधानसभा परिसर के बाहर पहुंच गए.
कुछ प्रदर्शनकारियों ने विधानसभा परिसर के भीतर घुसने की कोशिश की और अग्निशमन विभाग की गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचाया. इसके बाद पुलिस और अरग्निशमन विभाग के कर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पानी की बौछार कर दी. प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी, जिसमें कुछ लोग घायल हो गए हैं.
बता दें कि हरिद्वार से आयी गंगाजल की गाड़ी को लेकर पुलिस (Kangra Police) और सवर्ण आयोग के नेता और समर्थक आमने सामने हो गए हैं. जय भवानी के नारे लगाते हुए ये लोग विधानसभा का घेराव और गंगाजल से शुद्धीकरण करना चाहते हैं. विधानसभा के पास जोरावर स्टेडियम के पास इन लोगों को पुलिस ने रोका था, लेकिन अब ये आगे बढ़ गए हैं.
जानकारी के अनुसार, डीजीपी और डीसी की गाड़ियों का भी घेराव कर लिया, गया है. डीजीपी संजय कुंडू और डीसी कांगड़ा निपुण जिंदल भीड़ के बीच फंस गए हैं. प्रदर्शनकारयों के पथराव में एएसपी की गाड़ी और एंबुलेंस के शीशे टूट गए. फिलहाल मौके पर स्थिति तनावपूर्ण हो गई है. दोनों तरफ टकराव की स्थिति बन गई है. हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी विधानसभा परिसर के बाहर जुटे हुए हैं. मुख्य सचिव रामसुभग सिंह प्रदर्शनकारियों से बात करने पहुंचे हैं.
पहले दिन की कार्रवाई के बाद कांग्रेस ने जहां वॉकआउट किया है. कांग्रेस ने विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था. जिसे स्पीकर ने यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यह 1 तिहाई मत के साथ सदन में नहीं रखा गया है. जबकि कांग्रेस पार्टी ने दलील दी है कि उसके पास 22 कांग्रेस सदस्य और एक माकपा विधायक का समर्थन है. सरकार चर्चा नहीं करना चाहती है.