संतोष कुमार पटेल कि रिपोर्ट
सोनाखान-हल्का नंबर 6 के पटवारी राजेश ठाकुर एक वर्ष से सुर्खियों में है,लेकिन अधिकारी के चलते कर रहे मनमानी हल्का नंबर 6 के पटवारी राजेश ठाकुर एक महिला उपसरपंच जागेश्वरी मानिकपुरी को पद से हटाने के लिए सरपंच से मिलकर राजेश ठाकुर ने तहसीलदार के सामने झुठे प्रतिवेदन देकर उसे न्यायालय का चक्कर लगवाने में कामयाब हो गए।इसके पहले तहसीलदार श्यामा पटेल को महिला उपसरपंच ने बार बार कहा कि मैं बेजा कब्जा नही किया हूं।जिस बेजा कब्जा की बात कर रहा है
वह बेजा कब्जा थनावार मानिकपुरी,विष्णु पैकरा,धनेश्वर मानिकपुरी ने किया है।जिसका संपूर्ण कागजात न्यालय में प्रस्तुत है।लेकिन तहसीलदार श्यामा पटेल एक न सुने और अपने बच बचाओ के लिए कार्यवाही को अनुविभागीय अधिकारी को सौंप दिये।लेकिन तहसीलदार ने ये जानने की कोशिश नही किया कि क्या सही है और क्या ग़लत।तहसीलदार चाहते तो मौक़े पर जाकर देख सकते थे लेकिन ऐसा नही किया तहसीलदार श्यामा पटेल का संरक्षण राजेश ठाकुर पर थे।इसलिए मौके पर जाना उचित नही समझा।लेकिन जब जागेश्वरी मानिकपुरी ने धौराभाटा में कितना बेजा कब्जा है और कितना निजी जमीन है कहकर तहसीलदार को लिखित में आवेदन दिय।लेकिन दो महीने में अब तक राजेश ठाकुर पटवारी ने तहसीलदार को अब तक जमीन का सीमांकन करके अभी तक नही दिए। जबकि राजेश ठाकुर पटवारी ने जागेश्वरी मानिकपुरी के लिए दो दिन में ही झुटे प्रतिवेदन बनाकर दे दिए।लेकिन राजेश ठाकुर अब सीमांकन नही किये क्यू ।आखिर कब तक राजेश ठाकुर मनमानी करते रहेंगे।उच्च अधिकारी सभी मौन है क्यू।आज गरीब लोगों को कोई भी पटवारी न्यालय का चक्कर लगवा सकते है।