योगेंद्र के साथ खगेश्वर प्रसाद कश्यप
जांजगीर- स्कूल एसोसिएशन जांजगीर के द्वारा अपनी विभिन्न मांगों को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी, जांजगीर को ज्ञापन सौंपा गया ।जिसमें आर. टी .ई.की विगत वर्षों की राशि प्रदान करने के संबंध में तथा विगत 3 वर्षों से ठीक परीक्षा के समय स्कूल बंद होने से प्राइवेट स्कूलों के आधे से अधिक पालकों के द्वारा अभी तक विगत वर्षों की शुल्क जमा नहीं की गई है। कोरोना की तीसरी लहर के बढ़ते संक्रमण के कारण जांजगीर जिला के सभी शिक्षण संस्थाएं शासन के आदेश अनुसार बंद है। परंतु विद्यालयों में ऑनलाइन कक्षाएं संचालित हो रही है। लेकिन पालकों के शुल्क जमा न करने की प्रवृत्ति के कारण शिक्षण संस्थान में शिक्षकों ,कर्मचारियों के मानदेय , परीक्षा संचालन ,भवन किराया व अन्य व्यय में आर्थिक कठिनाइयां आ रही है। इस कठिन आर्थिक समय में पालकों से शुल्क ना मिलने के अलावा शासन के द्वारा आर. टी. ई .की राशि वर्तमान सत्र 2021-22 के साथ विगत सत्र 2020- 21 की राशि भी अभी तक प्राप्त नहीं हुई है ।जिससे ग्रामीण इलाकों के अधिकांश प्राइवेट स्कूल बंद होने की स्थिति पर है। ऐसे प्राइवेट विद्यालय जहां प्राथमिक या केवल माध्यमिक स्तर तक की कक्षाएं संचालित है। वहां आर. टी .ई.के नियम के तहत प्रवेशित विद्यार्थी जब दूसरे स्कूलों में उच्च शिक्षा के लिए प्रवेश लिए हैं , उनके बारे में अभी तक कोई दिशा-निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है ।ऐसे विद्यार्थियों को आर.टी.ई .के तहत प्रवेश दिया जाए। साथ ही शासन के द्वारा एक महत्वपूर्ण योजना (महतारी दुलार योजना ) इसी सत्र में प्रारंभ की गई। जिसमें कोविड 19 के कारण मृत पालकों के बच्चों को शासन के द्वारा छात्रवृत्ति एवं विद्यालय को शुल्क प्रदान करने की बात शामिल है। परंतु अभी तक ना तो विद्यालय को शुल्क मिला है और ना ही छात्रों को छात्रवृत्ति मिली है। इस संबंध में भी शासन से अनुरोध है कि तुरंत छात्रों को छात्रवृति और स्कूल को शुल्क प्रदान की जाए। साथ ही यह मांग भी की गई कि बिना टी.सी. के किसी भी शासकीय या अशासकीय विद्यालय में प्रवेश ना लिया जाए। इससे प्राइवेट स्कूलों को आर्थिक नुकसान होता है साथ ही यह शिक्षा संहिता का सरासर उल्लंघन है। ऐसे प्रवेश देने से शासन के पास दोहरे आंकड़े उपलब्ध हो जाते हैं, जिससे विभिन्न योजनाएं बनाने में परेशानी आती है। मुख्यमंत्री महोदय से यह मांग भी की गई कि विभिन्न राज्यों में स्कूल खोल दिए गए हैं तो छत्तीसगढ़ में भी कम से कम कक्षा 9वीं से 12वीं तक की क्लास को शुरू कर दिया जाए,जहां संक्रमण दर कम है। साथ ही 9वीं से 12वीं के अधिकांश विद्यार्थियों को विद्यालय में ही प्रथम टीका लगाया जा चुका है और उनको 28 दिनों के अंदर दूसरा टीका भी लगाया जाना है। स्कूल खोलने से विद्यार्थियों के आने पर यह प्रक्रिया भी पूरी हो जाएगी।.ज्ञापन देने प्राइवेट स्कूल एसोसिएसन जांजगीर के अध्यक्ष मनोज पाण्डेय,संरक्षक द्वय अखिलेश कटकवार,रोशन केशरवानी,उपाध्यक्ष सुरेश यादव,सचिव आलोक शुक्ला, कोषाध्यक्ष प्रतीक गुप्ता, सह सचिव रवि निर्मलकर ,मीडिया प्रभारी सुरेश साव ,नवागढ़ ब्लॉक अध्यक्ष धनेश मिश्रा,नवागढ़ ब्लॉक उपाध्यक्ष जितेंद्र कश्यप,बलौदा से प्रदीप महापात्रा,जांजगीर से सुनिल सिंघानिया,कार्तिक डिगेश्वर,सुरेश साहू,केसला से महादेव टण्डन,बाराद्वार से पर्ल स्कूल,नरियरा से राम कुमार साहू,धाराशिव से ज्ञान बोध स्कूल, रोगदा से आदर्श स्कूल,लगरा से भारतीय विद्या मंदिर,सिवनी से कमलेश राठौर, बहेराडीह से रमेश चौहान,नेगुरडीह से ऋषि कश्यप, करमंदा से डी .के. कश्यप, कोसीर से सुनील यादव व पुनितराम यादव उपस्थित थे।