हरिश साहू की रिपोर्ट
पामगढ़.मुलमुला । हसदेव फारेस्ट डील के विषय मे छत्तीसगढ़ सरकार पर तीक्ष्ण प्रहार करते हुए यूथ लीडर सुग्रीव यादव ने कहा कि #savehasdeo के जरिये हसदेव फारेस्ट को बचाने की जंग सोशल साइट्स पर हर समझदार व्यक्ति कर रहा है वही भूपेश जी के सरकार द्वारा इस डील को अच्छा बताया जा रहा है छत्तीसगढ़ में एक तरफ सरकार पर्यावरण बचाने की बात करती है वही दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ के हसदेव क्षेत्र के 800 स्क्वायर किलोमीटर में फले फुले जंगलो को कोल माइनिंग हेतु बेच रही है, यहां के निवासी पिछले दस वर्षों से अपनी जमीन जंगल जानवर अपने अस्तित्व के लिए लड़ रहे हैं धरने पे बैठे हैं जंगल का कुल क्षेत्र 2000 स्क्वायर किलोमीटर है जो कि दिल्ली मुंबई बंगलुरू को भी मिलाकर पूरा नही होगा, 3000 किस्म के पेड़ पौधे औषधि सैकङो की तादात में जानवर पक्षी यहाँ रहने वाले जीवन बसर करने वाले लोग कहाँ जाएंगे पेड़ो की कटाई व खुदाई से केवल मनुष्य ही नही बल्कि जीव जंतुओ को भी भारी नुकसान होगा । एक तरफ ग्लोबल वार्मिंग की चेतावनी देते हुए वैज्ञानिक हजरोकि संख्या में पेड़ लगाने को कहते हैं वही छत्तीसगढ़ की मूर्ख सरकार इसका उल्टा कर रही है, करोड़ो अरबो की ये डील छत्तीसगढ़ को बहुत नुकसान पहुंचाएगी एक तरफ जंगल कटेंगे भूमि खोखली होगी वही दूसरी तरफ खेती के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी न मिलने से भूमि बंजर होगी जो कि किसानों को आत्महत्या करने में मजबूर करेगी इस से केवल और केवल लाभ कांग्रेस सरकार को ही होगा बाकी इसकी कीमत पूरा छत्तीसगढ़ भुगतेगा, हसदेव नदी में स्थित बांगो बांध से हजारो किसानों के खेतों में पानी जाता है और पेड़ की वजह से ही पानी का जमाव होता है सोचने वाली बात यह है की जब पेड़ ही काट दिए जाएंगे तो पानी कहा से मिलेगा क्योंकि पेड़ ही पानी को सोंख कर रखती है जब कोल माइनिंग होगी तो पूरी जमीन खोखली होगी और प्रदूषण भी फैलेगा आज सभी को कोरबा के अधिकतर हिस्सो का हाल पता ही है। इस विषय पर अगर आप नही जानते तो चर्चा कीजिये अपने अपने स्तर में यह बात करिए आज के युवाओ को इन विषयों की जानकारी और चर्चाएं करना बहुत जरूरी है अन्यथा सरकार ऐसी ही जनता को गुमराह करती रहेगी।