आगामी राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार के समर्थन को लेकर शिवसेना अपनी स्थिति स्पष्ट कर सकती है। पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने अगले सप्ताह होने वाले चुनाव पर फैसला लेने के लिए सोमवार को पार्टी सांसदों की बैठक बुलाई है। खास बात है कि महाविकास अघाड़ी में शामिल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यशवंत सिन्हा का समर्थन कर रही है। जबकि, उद्धव की पार्टी के एक सांसद ने NDA उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने की अपील की है।
सिंधुदुर्ग से शिवसेना सांसद विनायक राउत ने रविवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि बैठक दोपहर 12 बजे होगी। उन्होंने कहा, ”बैठक का एजेंडा 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव पर पार्टी के रुख पर चर्चा करना है।” शिवसेना के कुछ सांसदों ने पहले पार्टी नेतृत्व से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने को कहा था।
पूर्व में शिवसेना ने राजग के साथ नाता तोड़ लिया था और प्रतिभा पाटिल और प्रणब मुखर्जी (दोनों कांग्रेस नेताओं) की उम्मीदवारी का समर्थन किया था। शिवसेना ने 2019 में राजग छोड़ दिया और पार्टी ने पुराने सहयोगी भाजपा को छोड़कर महाराष्ट्र में कांग्रेस और एनसीपी के साथ सरकार बनाई। पिछले हफ्ते शिवसेना सांसद राहुल शेवाले और राजेंद्र गावित ने ठाकरे को पत्र लिखकर पार्टी से मुर्मू को समर्थन देने की मांग की थी।
क्या पवार और अपने सांसदों में उलझेंगे उद्धव ठाकरे?
हाल ही में शिवसेना सांसद राहुल शेवाले ने ठाकरे को पत्र लिखा था और पार्टी से मुर्मू का समर्थन करने की अपील की थी। दक्षिण मध्य मुंबई से दूसरी बार सांसद शेवाले ने इस संबंध में ठाकरे को पत्र भी सौंपा था। उन्होंने कहा था, ‘द्रौपदी मुर्मू आदिवासी समुदाय से आती हैं और सामाजिक जीवन में उनका अहम योगदान है।’ साथ ही पालघर लोकसभा सीट से एक और सांसद राजेंद्र गवित ने भी मुर्मू के ही समर्थन की अपील की।
इधर, राकंपा प्रमुख शरद पवार ने कुछ समय पहले ही विपक्षी दलों के साथ बैठक की थी। खबर है कि उन्होंने विपक्षी दलों के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के प्रचार में तेजी लाने के लिए मीटिंग की थी। अटकलें लगाई जा रही हैं कि पवार ने सिन्हा के प्रचार की कमान भी अपने हाथ में ले ली है।