रश्मि प्रभा की रिपोर्ट
देहरादूनः निर्भया के चारों दोषियों को फांसी के फंदे पर लटका देने के बाद से जहां एक तरफ देशभर में खुशी की लहर देखने को मिली, वहीं दूसरी तरफ दरिंदों की फांसी के बाद निर्भया का इलाज करने वाले देहरादून निवासी डॉक्टर विपुल कंडवाल भी भावुक हो गए।
निर्भया का इलाज करने वाले डॉक्टर बेहद खुश हैं। उन्होंने बताया कि 16 दिसंबर 2012 की रात को देश की एक बेटी के साथ हुई दरिंदगी के बाद उसका इलाज करने वाले डॉक्टर उसकी हालत देखकर अंदर तक दहल गए थे। वहीं डॉक्टर विपुल कंडवाल ने कहा कि आज दोषियों को फांसी होने के बाद उनके मन को शांति और सुकून मिला है। निर्भया जहां भी होगी उसकी आत्मा को आज शांति मिली होगी। उन्होंने कहा कि हर अन्याय और दुष्कर्मी को इसी तरह सजा मिलनी चाहिए। इससे लोगों का न्यायपालिका पर विश्वास बढ़ेगा और दुष्कर्मियों के मन में खौफ होगा।
बता दें कि 16 दिसंबर, 2012 को एक महिला के साथ 6 दरिंदों ने सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था। इनमें से एक मुख्य आरोपी ने आत्महत्या कर ली थी। साथ ही एक आरोपी घटना के समय नाबालिग था, जिसे कोर्ट ने बालिग होने के बाद 3 साल की सजा दी और बरी कर दिया। इसके अतिरिक्त अन्य 4 दोषियों मुकेश सिंह, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और अक्षय कुमार सिंह को 7 साल की सजा मिलने के बाद शुक्रवार सुबह फांसी दे दी गई।