मनोज उनियाल की रिपोर्ट
शिमला-कोराना पॉजिटिव मामलों में अभी हिमाचल को राहत नहीं मिली है। शनिवार को ऊना से एक और मामला पॉजिटिव आ गया है। पॉजिटिव पाया गया व्यक्ति मार्च में निजामुद्दीन मरकज गया था। हालांकि उसे क्वारंटाइन किया गया था और उसके बाद उसका सैंपल लगाया गया, जिसकी रिपोर्ट शनिवार को पॉजिटिव आई। ऊना के इस शख्स को शनिवार को ही टांडा मेडिकल कालेज भेज दिया गया है। उसका सैंपल टांडा से ही लिया गया था। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश भर में शनिवार को 250 लोगों के सैंपल जांच हेतु लिए गए, जिसमें एक पॉजिटिव और 59 रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई है, बाकी रिपोर्ट अभी आनी है। बता दें कि प्रदेश में इस समय तक 2240 लोगों की जांच की जा चुकी है, जिसमें से 39 व्यक्तियों में इस संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है एवं 1973 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई है। अभी तक प्रदेश में 7167 लोगों को सुरक्षा के दृष्टिगत निगरानी में रखा गया था, जिसमें से 5102 लोग 28 दिन की निर्धारित निगरानी अवधि को पूर्ण कर स्वस्थ हैं। वहीं, प्रदेश स्वास्थ्य विभाग ने ये भी गाइडलाइन जारी की है कि अपनी मर्जी से दवा का सेवन नहीं करें। ये आपके स्वास्थ्य के साथ घातक हो सकता है। इसे लेकर प्रदेश सरकार ने गाइडलाइन जारी की है, जिसमें कहा जा रहा है कि कोरोना वैश्विक महामारी के इस दौर में हम सभी को अपने शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल करना अति आवश्यक है। इस समय बुजुर्गों, बीमार और कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले व्यक्तियों को अतिरिक्त सुरक्षा व देखभाल की जरुरत है। देशव्यापी लॉकडाऊन के दौरान सभी नागरिकों से सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का अनुपालन कर उन्हें अपने घरों पर सुरक्षित बने रहने के लिए कहा जा रहा है, ताकि कोविड-19 संक्रमण की संभावनाओं को कम किया जा सके, परंतु फि र भी कुछ नासमझ लोग इन निर्देशों की अवहेलना कर सुरक्षा चक्र में सेंध लगा कर समूची मानव जाति के लिए खतरा पैदा कर रहें हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक अभी जरुरत है कि प्रत्येक जागरूक नागरिक को ऐसे विकृत मानसिकता वाले लोगों की जानकारी प्रशासन एवं सरकार को देनी चाहिए। अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) आरडी धीमान ने बताया कि यदि जारी दिशानिर्देशों का निष्ठा से पालन नहीं किया जाता है तो आगामी स्थिति विकट होकर चुनौतियों से निपटने के लिए अधिक समय लगेगा। ऐसे में हर एक नागरिक को इसे जन आंदोलन बना कर अपनी सहभागिता सुनिश्चित करनी होगी। उन्होंने आगे जानकारी देते हुए बताया कि इस समय कोई भी व्यक्ति अपनी मर्जी से किसी भी दवा का सेवन डाक्टर की सलाह के बगैर न करे। केवल चिकित्सक द्वारा सुझाई गई दवाइयों का ही सेवन करें। पहले से बीमार व्यक्ति अपनी दवा नियमित रूप से लेते रहें । खांसी, बुखार, जुकाम या सांस लेने में तकलीफ होने पर अपने पहचान के डॉटर से फोन पर परामर्श लें या टोल फ्री नंबर 104 पर कॉल करें। आईजीएमसी को जोड़ा टेली परामर्श सेवा से ः प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी को भी टेली-परामर्श की सुविधा की लिए जोड़ दिया गया है, जहां विशेषज्ञीय स्वास्थ्य सेवाएं लोगों को उनके घर द्वार पर ही उपलब्ध हो पाएगी। अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान ने कहा कि वर्तमान समय में की जा रही कीटाणुरहित प्रक्रिया की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि यह जरूरी नहीं कि सड़कों और हर एक जगह को स्प्रे कर कीटाणुरहित किया जाए। सोडियम क्लोराइट की स्प्रे से उन्ही सतहों अथवा स्थलों को कीटाकणुरहित करने की आवश्यकता है, जो बार-बार छुई जा रही हों।
मामलों की जिलावार स्थिति
जिला मामले ठीक मौत शिफ्ट
ऊना 16 3 0 0
सोलन 9 3 0 4
चंबा 6 3 0 0
कांगड़ा 5 3 1 0
हमीरपुर 2 0 0 0
सिरमौर 1 0 0 0
कुल 39 12 1 4
कोरोना अब तक
निगरानी में 7167
कुल सैंपल 2240
कुल नेगेटिव 1973
कुल पॉजिटिव 39
ठीक हुए 12
पॉजिटिव (माइग्रेटिड) 04
एक्टिव केस 22
कोरोना से मौत 01
पीजीआई से आई महिला ने दौड़ाया अस्पताल प्रशासन
कमला नेहरू अस्पताल में भी एक गर्भवती महिला का कोरोना सैंपल जांच के लिए लैब भेजा गया था। वह पीजीआई गई थी। हालांकि उसका सैंपल नेगेटिव आया है, लेकिन उसके इलाज के दौरान केएनएच खूब दौड़ा। गौर हो कि जब गर्भवती महिला डिलीवरी के लिए पहुंची, तो उस समय मालूम नहीं था कि वह पीजीआई जाकर आई है, लेकिन बाद में मालूम पड़ा कि वह अपनी हिस्ट्री छिपा रही है। इस पूरे मामले ने के एनएच को परेशानी में डाल दिया था। उसकी जांच की गई है, जो नेगेटिव आई है।