रश्मि प्रभा की रिपोर्ट
देहरादून । लॉकडाउन के 5वें चरण में देश धीरे-धीरे अनलॉक हो रहा है। अब विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम की यात्रा को सुचारू रूप से खोलने की कवायद भी तेज हो गई है। पहली बार अस्तित्व में आया देवस्थानम बोर्ड ने केदारनाथ यात्रा को लेकर गाइड लाइन तैयार की है। देवस्थानम बोर्ड ने हालांकि केदारनाथ यात्रा के लिए जो नई गाइड लाइन जारी की है, उसके तहत केदारनाथ की पूरी यात्रा इस बार बदली बदली नजर आएगी। तीस जून तक केवल रूद्रप्रयाग जनपद के 800 को ही केदारनाथ धाम जाने की अनुमति मिलेगी। जबकि इस बार किसी भी श्रद्धालु को मंदिर के गर्भगृह में जाने की अनुमति नहीं मिलेगी। केदारनाथ यात्रा पर जाने वाले हर व्यक्ति को उपजिलाधिकारी उखीमठ से पास बनाना अनिवार्य होगा। हर श्रद्धालु का डाटा जिला प्रशासन के साथ ही स्वास्थ्य विभाग के पास उपलब्ध रहेगा, ताकि कोरोना संक्रमण के किसी भी खतरे के दौरान संबंधित व्यक्ति का आसानी से पता लगया जा सकता है। इस बार 10 वर्ष से कम व 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोग केदारनाथ यात्रा नहीं कर सकेंगे। जबकि बीमार गर्भवती महिलाएं एवं अन्य प्रदेशों से क्वारंटाइन हुए लोगों के लिए भी यात्रा प्रतिबंधित है। उधर केदारनाथ के तीर्थ पुरोहित यात्रा खोलने के बिलकुल भी हक में नहीं हैं। उन्होंने पहले ही केदारनाथ की यात्रा को प्रतिबंधित रखने की सलाह दी है। केदारनाथ के विधायक मनोज रावत ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में अगर किसी भी तरह की कोई घटना घटती है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी। सूत्रों का कहना है कि अब पहले की तरह यात्रा बिलकुल भी नहीं रही है।