देहरादून: उत्तराखंड में मई से शुरू होने वाली चारधाम यात्रा के लिए आनलाइन ग्रीन कार्ड बनाने का कार्य 15 अप्रैल से शुरू होने की संभावना है। हालांकि, केवल छोटे वाहन, यानी 10 सीटर वाहनों को ही फिटनेस जांच कराने के लिए कार्यालय में आने से छूट मिलेगी और उनके ग्रीन कार्ड आनलाइन बनेंगे। 10 सीटर से बड़े वाहनों की फिटनेस कार्यालय में ही जांची जाएगी। इन्हें इसके बाद आनलाइन अथवा हाथों हाथ ग्रीन कार्ड जारी किए जाएंगे।
प्रदेश में हर साल चारधाम यात्रा के लिए ग्रीन कार्ड बनाए जाते हैं। ग्रीन कार्ड में यह जानकारी दर्ज होती है कि वाहन के दस्तावेज पूर्ण हैं, वाहन की फिटनेस की जांच की गई है और यह पर्वतीय मार्ग पर चलने के लिए पूरी तरह उपयुक्त है। ये ग्रीन कार्ड विभिन्न आरटीओ और एआरटीओ कार्यालय में बनाए जाते हैं। इनका मकसद मकसद वाहन दुर्घटना के साथ ही अवैध संचालन पर रोक लगाना है। अभी तक व्यवस्था यह थी कि ग्रीन कार्ड बनाने के लिए वाहनों को कार्यालय में लाना जरूरी होती था। जहां वाहनों के दस्तावेज और फिटनेस की जांच की जाती थी। इसके बाद इन्हें ग्रीन कार्ड जारी किए जाते थे। इस कारण ग्रीन कार्ड जारी करते समय परिवहन कार्यालयों में वाहनों की लंबी कतारें लगी रहती थीं। इसे देखते हुए परिवहन विभाग ने वर्ष 2019 में आनलाइन ग्रीन कार्ड बनाने का निर्णय लिया।
इसके लिए साफ्टवेयर भी तैयार कर लिया गया था। बीते वर्ष आनलाइन ग्रीन कार्ड लांच करने की योजना बनी, लेकिन कोरोना के कारण इस पर ब्रेक लग गया। अब प्रदेश में चारधाम यात्रा की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इसे देखते हुए परिवहन विभाग भी आनलाइन ग्रीन कार्ड जारी करने को अंतिम रूप देने में जुट गया है। प्रक्रिया यह रखी गई है कि ग्रीन कार्ड के लिए सभी आवेदन आनलाइन होंगे और दस्तावेज भी आनलाइन जमा होंगे। इसके बाद बड़े वाहनों को कार्यालय लाना होगा।