देवेन्द्र श्रीवास्तव की रिपोर्ट
तिन्दवारी। लाक डाउन के बाद राजस्थान दिल्ली, नोएडा, सूरत, गाजियाबाद व अन्य जगहों पर फंसे बांदा चित्रकूट के सैकड़ों युवा व नौकरीपेशा लोग पैदल ही अपने गंतव्य के लिए निकल पड़े हैं। दिन रात कई घंटे पैदल चलने के बाद भी अभी ये लोग अपने गंतव्य को नहीं पहुंचे हैं। रास्ते में ये लोग अपनी थकान मिटाने के लिए पेड़ों की छांव को बसेरा बना रहे हैं। जो कुछ मिल गया उसी को खाकर ही अपनी भूख मिटा रहे हैं। गुरुवार को कई लोग परिवार समेत लम्बा सफर तय कर तिन्दवारी तक पहुंचे। बताया कि कई लोग रास्ते में मालवाहक गाड़ियों का भी सहारा ले रहे हैं।चित्रकूट के राजापुर निवासी पूरन गुलाब बिहारी ने बताया कि
कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में लॉक डाउन है। लोगों में दहशत का माहौल है। काम बंद होने से इन लोगों की परेशानी और भी बढ़ गई है। 21 दिन की लॉक डाउन की घोषणा के बाद ये लोग घबरा कर वहां से पैदल ही निकल लिए। आठ आठ दस दस युवकों का जत्था कंधे पर बैग डाले पैदल अपने गंतव्य की ओर चल पड़े हैं। गुरुवार को नगर के बांदा फतेहपुर मार्ग पर ब्लॉक के पास पीपल की छांव पर बैठ कर थकान मिटाई। रास्ते पर मिले लंच पैकेट से मिल बांट कर भूख मिटाई और चल पड़े अपने गांव की ओर।
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