एम इफ्तिखार मलिक की रिपोर्ट
धामपुर(बिजनोर)। प्रदेश के परिवहन मंत्री अशोक कटारिया के नाम पर तहसीलदार धामपुर को गैस एजेंसी दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपए की ठगी करने के मध्य प्रदेश निवासी आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस ने आरोपी से ठगी गई रकम भी बरामद करने का दावा किया है।
तहसीलदार से हुई ठगी के मामले का खुलासा करते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी महावीर सिंह राजावत ने कोतवाली परिसर में पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि तहसीलदार धामपुर रमेश चंद चौहान ने विगत 17 मई 20 को कोतवाली पुलिस को दिए शिकायती पत्र में आरोप लगाया था कि उनके निजी मोबाइल पर परिवहन मंत्री अशोक कटारिया के नाम से एक फोन आया था। फोन करने वाले ने स्वयं को परिवहन मंत्री बताते हुए उनसे बातों बातों में गैस एजेंसी दिलाने की बात कही। फोन करने वाले की बातों में आकर तहसीलदार धामपुर ने आरोपी द्वारा बताए गए बैंक खाते में तीन ट्रांजैक्शन में एक लाख 15 हजार रुपए की धनराशि उसके खाते में जमा कर दी तहसीलदार का आरोप है कि फोन करने वाले व्यक्ति ने इसके बाद फिर से उनसे मोटी रकम की डिमांड की तो उन्हें फोन करने वाले पर शक हो गया। इसके बाद तहसीलदार ने परिवहन मंत्री अशोक कटारिया को उनके मोबाइल फोन पर संपर्क साध कर इस प्रकरण की बाबत जानकारी दी तो परिवहन मंत्री ने तहसीलदार को फोन करने से ही इनकार कर दिया तथा पूरे प्रकरण से अनभिज्ञता जताते हुए पुलिस अधीक्षक बिजनौर को फोन कर पूरे मामले की जांच करते हुए फोन करने वाले आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। एसपी के निर्देश के बाद धामपुर पुलिस ने इस मामले में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मोबाइल नंबर के आधार पर प्रकरण की जांच शुरू कर दी। सीओ महावीर सिंह के निर्देशन में कोतवाली प्रभारी रंजन कुमार शर्मा इंस्पेक्टर क्राइम नरेश कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम पूरे मामले के खुलासे में जुट गई। सीओ ने बताया कि पुलिस टीम को सूचना मिली कि तहसीलदार से ठगी का आरोपी नगीना मार्ग स्थित एक गेस्ट हाउस में रुका हुआ है सूचना के आधार पर पुलिस ने छापामारी करते हुए एक युवक को हिरासत में ले लिया तथा उसे कोतवाली ले आई पुलिस पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम त्रिलोकी पुत्र राजकिशोर निवासी मानीपुरा आना सुरपुरा जिला भिंड मध्य प्रदेश बताया। पुलिस ने जब आरोपी से सख्ती से पूछताछ की तो उसने तहसीलदार से हुई ठगी के मामले को स्वीकार कर लिया। तहसीलदार से हुई खुलासे की टीम में कोतवाली प्रभारी रंजन कुमार शर्मा, क्राइम इंस्पेक्टर नरेश कुमार, उप निरीक्षक गौरव चौधरी, कॉन्स्टेबल गौरव राठी की भूमिका सराहनीय रही।