एम इफ्तिखार मलिक की रिपोर्ट
राजा का ताजपुर (बिजनोर)। क्षेत्र के गांव मेवाजट में लम्बे समय से सफ़ाई व्यवस्था चरमराई हुई है, शिकायत के बावजूद सफ़ाईकर्मी अपनी हठधर्मिता पर उतारू हैं। वहीं पंचायत सचिव के विरुद्द ग्रामीणो ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि सचिव को गांव आये हुए महीनो गुजर जाते हैं। लेकिन वह गांव आकर नहीं देखते इसी कारण गांव में जगह-जगह गंदगी के अंबार लगे हुए हैं, ग्रामीण डांक्टर गय्यूर मलिक व पवन कुमार सागर कहना है कि नालियों की महीनो से सफ़ाई न हो पाने से मच्छरो का प्रकोप तेजी के साथ बढता जा रहा है, जबकि शासन प्रशासन स्वच्छता को प्राथमिकता दे रहे हैं। वहीं सफ़ाईकर्मी शासन के आदेशो को ठेंगा दि्खाने में कोई कमी नहीं छोड़ रहे हैं। वर्तमान समय में देश हि नहीं पूरी दुनिया कोरोना के कहर से जूझ रही है, लेकिन ब्लांक लेवल कि कर्मचारी मूकदर्शक बने बैठे हैं। ग्रामीण जब सफ़ाईकर्मियो से सफ़ाई करने के लिये कहते हैं तो उनका यह जवाब होता है कि पि्छले माह तो सफ़ाई की थी, हर पन्द्रह दिन में सफ़ाई का रोस्टर बना हुआ है, इससे पहले सफ़ाई नहीं होगी, गय्यूर मलिक के घर के सामने गंदगी पसरने से उनका घर से निकलना दूभर हो चुका है, घर के सामने वाली नालियों में व सड़क किनारे कीचड़ फ़ैली हुई है जिस पर फ़िसलने का डर बना रहता है।
नईम, कलवा, गुफ़रान, सुन्दर, ब्रजपाल सहित दर्जनो लौगो ने गांव के गली मौहल्लो में सफ़ाई की मांग की। सफ़ाई न होने पर आन्दोलन की चेतावनी दी।