अर्पित श्रीवास्तव की रिपोर्ट
तिन्दवारी। स्वास्थ्य विभाग की टीमें कोरोना संदिग्धों की पड़ताल में जुट गई हैं। टीमें गली-गली गांव-गांव जा रही हैं और हर घर का दरवाज़ा खटखटा कर उनकी सेहत के बारे में पूछ रही हैं। कोरोना को खत्म करने के लिए इस महाअभियान को पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर शुरू किया गया था ।
इसके तहत मेडिकल की टीमें घर-घर जाकर लोगों का स्वास्थ्य ब्यौरा जुटा रही हैं, इतना ही नहीं कोरोना संक्रमित मिलने पर उसे तुरंत हॉस्पिटल में भर्ती कराया जाएगा। इस महाअभियान को पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर शुरू किया गया था , स्क्रीनिंग अभियान के तहत हर घर की मार्किंग भी की गई है ।
घर-घर जाकर जांच के दौरान किसी में भी अगर खांसी, बुखार या अन्य लक्षण पाए जाएंगे तो उसकी सैंपलिंग की जाएगी। एंटीजन किट के ज़रिए ऐसे संदिग्धों की जांच भी पन्द्रह मिनट में आ जाएगी। यही नहीं गंभीर रोगियों की लिस्ट भी अलग से बनाई जा रही है।
प्रभारी चिकित्साधिकारी नीरज सिंह का कहना है कि इस अभियान में हर घर का सर्वे हुआ है और हर बीमार व्यक्ति का इलाज किया जाएगा। ज्यादा गंभीर रोगियों को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया है ।
सोमवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तिंदवारी की कोरोना मेडिकल टास्क टीम लैब टेक्निशियन सुनील त्रिवेदी , रामबाबू सिंह पटेल ,नेत्र परीक्षण अधिकारी शोभित गुप्ता , फार्मासिस्ट असगर खान , ए एन एम मिथलेश श्रीवास्तव व आकृति पटेल द्वारा नगर पंचायत तिंदवारी में संक्रमित मरीज के परिवार से मामा मामी समेत 57 लोगो की कोरोना जांच रेपिड किट से कि गई जिसमें सभी लोगों की जांच निगेटिव पाई गई है ।इसी तरह मुगुस गांव महुई गोखरही गांव में स्वास्थ्य टीम ने रैपिट टेस्ट किया है ।