एम इफ्तिखार मलिक की रिपोर्ट
बिजनौर। नगर पालिका परिषद बिजनौर के पूर्व चेयरमैन एवं वरिष्ठ अधिवक्ता जावेद आफताब को सोमवार की रात अलीगढ़ से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने अभी तक उनकी गिरफ्तार की पुष्टि नहीं की है। न ही कोर्ट में पेश किया है।
दूसरी ओर जावेद आफताब की गिरफ्तारी के विरोध में अधिवक्ता मंगलवार को हड़ताल पर रहे। जावेद आफताब को सोमवार की रात अलीगढ़ से उनकी बहन के आवास से उठाया गया। परिजनों के अनुसार बिजनौर नम्बर की कार से कुछ पुलिसकर्मी सोमवार की रात सादी वर्दी में घर में घुसे और यह बताने पर भी कि सभी मामलों में उन्हें जमानत मिल चुकी है, वे आनन फानन में जावेद आफताब को पकड़कर ले गये।
गत 20 दिसम्बर को बिजनौर में सीएए के विरोध में मुस्लमानों ने दबरदस्त प्रदर्शन किया था इस संबंध पुलिस ने संगीन धाराओं में अलग अलग आठ मुकदमें दर्ज कर 33 लोगों को गिरफ्तार कर लिया था। शहर के कई नेताओं सहित 50 से अधिक लोगों को नामजद किया गया था। 7 मामलों जावेद आफताब का भी नाम है। पुलिस ने जावेद आफताब पर 25 हजार रूपये का इनाम भी घोषित किया था। इस बीच जावेद और उनके भाई को इलाहाबाद हाईकोर्ट से अंतरिम जमानत मिल गयी थी। हालांकि पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। फिलहाल वे अलीगढ़ में अपनी बहन के यहां रह रहे थे।
बिजनौर पुलिस का कोई भी अधिकारी जावेद आफताब की गिरफ्तारी के संबंध कुछ भी बताने को तैयार नहीं है। उधर जिला बार एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जय सिंह एड0 की अध्यक्षता व महासचिव नवदीप कुमार सिंह एड0 के संचालन में हुई बैठक में जावेद आफताब की गिरफ्तारी को फर्जी बताकर रोष व्यक्त किया गया। बैठक में कहा गया कि समाचार पत्रों के माध्यम से जावेद आफताब की गिरफ्तारी का पता चला है। पुलिस अधिकारियों द्वारा उनकी गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की जा रही। जिससे अधिवक्ताओं में रोष है। बैठक में सर्वसम्मति से विरोध स्वरूप न्यायिक कार्यो पूर्णतया विरत रहने का निर्णय लिया गया।