कन्नौज – जल संचयन हेतु तालाबों के निर्माण में तेजी लाई जाए। वर्षा के जल को सिंचित कर सिंचाई हेतु प्रयोग में लाया जाए। कृषकों की आय दोगुनी करने के शासन के उद्देश्य हेतु तालाबों में मत्स्य पालन हेतु प्रोत्साहित किया जाए।
उक्त निर्देश आज जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र ने कलेक्ट्रेट सभागार में जिला भूमि एवं जल संरक्षण समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए संबंधित अधिकारियों व समिति सदस्यों को दिए। उन्होंने बैठक में तालाबों के संबंध में जानकारी की जिसमें बताया गया कि जनपद में खेत तालाब योजना के अंतर्गत प्रस्तावित 15 तालाबों के सापेक्ष अब तक 07 तालाबों का निर्माण किया जा चुके है जिसके उपरांत संबंधित कृषक भी तालाबों में मौसम पर मत्स्य पालन की इच्छा जाता चुके हैं, जिनसे उनकी आय में अवश्य वृद्धि होगी। बैठक में बताया गया कि मनरेगा योजना के अंतर्गत जनपद में भौतिक लक्ष्य 1711.70 हेक्टेयर के सापेक्ष 729.48 हेक्टेयर भूमि पर कार्य मनरेगा के माध्यम से कराया जा चुका है, एवं एन0एम0एम0ए0 योजनान्तर्गत 255 हेक्टेयर के सापेक्ष अभी तक 135 हेक्टेयर भूमि पर कार्य किया जा चुका है।
जिलाधिकारी ने खेत तालाब योजना के उद्देश्य के संबंध में बताया कि इस योजना के अंतर्गत कृषकों की सहभागिता सुनिश्चित करते हुए उन्हें जल संरक्षण एवं उनके समुचित प्रयोग हेतु प्रोत्साहित किया जाना है। उन्होंने बताया कि वर्षा के जल को अधिकाधिक संचित कर पलेवा अथवा सिंचाई हेतु प्रयोग, संचित जल को सुनिश्चित जल संवाहक प्रणाली द्वारा खेतों तक पहुंचाना है, जिससे जल का ह्रास कम से कम हो, एवं आधिक मात्रा में सिंचाई हो, के साथ ही वैकल्पिक कृषि हेतु कृषकों को प्रशिक्षित करने एवं जल के काम प्रयोग से आधिक आय प्राप्त कर अपनी आय को दोगुनी करना एवं परियोजना क्षेत्र में भूमि जल संग्रहण में वृद्धि होना है। उन्होंने बैठक में विभिन्न परियोजना क्षेत्रों में लाभार्थियों को उपलब्ध कराए गए लाभ के सम्वन्ध में जानकारी करते हुए उनका भौतिक सत्यापन कराये जाने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी, जिला भूमि संरक्षण अधिकारी, उप निदेशक कृषि, जिला उद्यान अधिकारी, अवर अभियंता सिंचाई सहित अन्य समिति के सदस्य उपस्थित थे।