अमन प्रकाश दीक्षित
राजेपुर/फर्रुखाबाद– इस मौसम में तापमान में उतार-चढ़ाव के कारण क्षेत्र में वायरल बुखार, फ्लू तेजी से फैल रहा है। जिसमें खांसी, बुखार, आंखों में जलन, आंखों से पानी आना मुख्य लक्षण होने के साथ थकान जोड़ों में दर्द होना, पेट दर्द, त्वचा के ऊपर रैशेज होना आदि समस्याएं उत्पन्न होती हैं। राजेपुर क्षेत्र में स्थित सलेमपुर कस्बा में बिहारी मेडिकल स्टोर के डॉक्टर ने बताया वायरल बुखार, फ्लू में हल्का इंफेकशन होता है।ऐसी समस्याएं तला हुआ भोजन तथा दूषित पानी पीने से भी हो सकता है। वहीं कोविड-19 में सूखी खाँसी,साँस लेने में तकलीफ,तेज बुखार आना आदि लक्षण हैं। डॉक्टर ने बताया कि आम-जनता को इसकी सही जानकारी न हो पाने के कारण लोग इसे कोरोना बुखार समझ रहे हैं। जो उचित नहीं है,इस भ्रम को दूर करना जरूरी है।सामान्यतया मौसमी बुखार या वायरल भीवर की अवधि एक सप्ताह होती है और एक सप्ताह के बाद उपचार या बगैर उपचार यह ठीक हो जाता है। वहीं अगर बात कोरोना वायरस के बुखार की करें तो इसकी अवधि 14 दिन रहती है।
मौसमी बुखार में किसी विशेष औषधि की आवश्यकता नहीं रहती है ।मरीज का घर पर ही रहकर आराम करना,गर्म पानी पीना, हल्का पौष्टिक भोजन लेना,फलों का अधिक सेवन करना,बुखार आने पर पैरासीटामाँल की गोली लेना,गुनगुने पानी में चुटकी-भर नमक डालकर पीना, अदरक-नीबू की चाय, काढे़ का सेवन व हल्दी का दूध आदि पीने से भी लाभ होता है। वायरल बुखार तथा फ्लू जैसी बीमारियाँ ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा फैली हुई है इससे घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। लेकिन फिर भी अपना और अपने परिवार का ध्यान रखते हुए दवाइयों का प्रयोग अवश्य करें। वैसे ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना का कहर जारी हो गया है।