मेरठ। मेरठ में अपने जुड़वां बेटों को खोने वाले ग्रेगरी परिवार पर इन दिनों दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। दोनों बेटों की मौत में अंतर था तो केवल चंद घंटों का। जुड़वां भाई न सिर्फ शक्ल से एक जैसे दिखते थे, बल्कि बचपन से ही एक साथ रहते एक साथ खाते, पढ़ाई करते और एक साथ ही नौकरी भी पाई। महामारी के बीच दोनों को एकसाथ कोरोना ने जकड़ लिया, परिजन दिन- रात दोनों बेटों की सलामती की दुआ कर रहे थे लेकिन जो हुआ उसने हर किसी को झकझोर कर रख दिया।
मेरठ में छावनी क्षेत्र के निवासी राफेल के जुड़वां बेटों जोफ्रेड वर्गीज ग्रेगरी और राल्फ्रेड जॉर्ज ग्रेगरी का जन्म महज तीन मिनट के अंतर पर हुआ था और दुर्भाग्य की बात है कि महज 24 साल की उम्र में दोनों की कोरोना वायरस संक्रमण के बाद कुछ ही घंटों के अंतराल पर मौत हो गई।
मेरठ में कोरोना वायरस संक्रमण से महज कुछ ही घंटों के भीतर अपने जुड़वा बेटों को खोने वाले शिक्षक ग्रेगरी रेमंड राफेल का कहना है कि ‘मैं जानता था, अगर लौटेंगे तो दोनों साथ, वरना कोई वापस नहीं आएगा। जन्म से लेकर जाने तक दोनों ने सब कुछ साथ-साथ किया।’