विधानमंडल दल के नेता लालजी वर्मा व राष्ट्रीय महासचिव राम अचल राजभर का कहना है उन्हें निष्कासन की कोई जानकारी नहीं है। वह बहन जी से मिलकर गलतफहमी दूर करने का प्रयास करेंगे। वर्मा ने फोन पर कहा कि वह पिछले महीने बीमार थे तो बहनजी ने हालचाल लिया व ढाढ़स बंधाया। 12 मई को हॉस्पिटल से आए तो फिर फोन पर हाल लिया। उन्होंने बताया कि किसी ने गलतफहमी पैदा करने की कोशिश की है। मिलकर गलतफहमी दूर करने का प्रयास करेंगे। पार्टी के जिम्मेदार लोगों को स्थिति स्पष्ट की है और बहनजी से मिलने का प्रयास कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि मैं न तो किसी पार्टी में जा रहा था न जा रहा हूं। 7-8 महीने अभी बसपा का विधायक हूं। बसपा के लिए काम करूंगा। भविष्य में चुनाव लड़ना है या नहीं यह आगे तय होगा।
पूर्व मंत्री राम अचल राजभर ने कहा कि कहा कि बसपा के मिशन व मूवमेंट में आस्था है। बहनजी के नेतृत्व में काम करते रहे हैं, करते रहेंगे। न तो वह किसी पार्टी में जा रहे थे और न ही जाएंगे। वह बसपा में थे, बसपा में हैं और बसपा में ही रहेंगे। उन्होंने कहा कि किसी ने कोई गलतफहमी पैदा की होगी। इसके लिए उन्हें किसी से कोई गिला-शिकवा नहीं है। मुझे नहीं पता कि किस वजह से निष्कासित किया गया है। राम अचल ने कहा कि उन्हें बसपा को वोट देने और दिलाने से कोई नहीं रोक सकता।