गौरव शुक्ला की रिपोर्ट
शमसाबाद/फर्रूखाबाद -गंगा में आई बाढ़ का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। यही कारण है कि गंगा के मुहाने पर बसे विकास खण्ड क्षेत्र के गाॅंव कमथरी में कटान शुरू हो गया है। यहाॅं के वाशिंदे अपना घरेलू सामान लेकर सुरक्षित स्थान के लिये कूंच कर रहे हैं।
बताते चलें कि गंगा में आई बाढ़ ने पहले तो किसानों की फसलों को अपनी आगोश में समेट लिया। लेकिन किसान चाहकर भी कुछ नहीं कर सके। अब गंगा में पानी कम होने लगा है। गंगा के मुहाने पर बसा कमथरी गाॅंव अब कटान की वजह से बर्बाद हो रहा है। इस गाॅंव को जाने के लिए कच्चा रास्ता है इस रास्स्ते पर पहले बाढ़ का पानी भर गया। अब जब पानी कम हुआ तो कटान शुरू हो गया है। इस गाॅंव में रहने वाले वांशिदों के घरों में भी पानी भर गया था तो लोग किसी तरह इधर उधर रहकर बसर कर रहे थे। लेकिन अब रास्ते के साथ ही गाॅंव में भी गंगा के कटान का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीते दिवस गंगा का जल स्तर चेतावनी बिन्दुु के करीब पहुॅंच गया था। जिससे कटरी क्षेत्र केे रहने वाले लोगों की चिंताए और बढ़़ने लगी थीं। कस्बा से शाहजहांपुर की ओर जाने वाले मार्ग पर भी बाढ़ का पानी भर गया। जिसकी वजह से इस रोड़ से लोग अपनी जान जोखिम में डालकर निकलने के लिये विवश हैं।तहसील सदर क्षेत्र स्थित गंगा कटरी में बसे गाॅंव पंख्यन की मढ़़ईयां, तीसराम की मढ़ईयां, कटरी भीमपुर, कटरी धर्मपुर आदि कई गाॅंव बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं। इन गाॅंवोें को जाने वाले मार्ग पर इतना पानी भरा है कि वाहन निकलने बंद हो गए हैं। किसी तरह यहाॅं के वाशिंदे अपना जीवकोपार्जन चला रहे हैं। इनकी फसलेें पूरी तरह बाढ़ की वजह से नष्ट हो चुके हैं। हर वर्ष बाढ़ का कहर झेलने वाले इन गाॅंवों के वाशिंदो का कहना है कि अभी यदि बाढ़ का पानी कम हो जाए तो उनकी कुछ फसलें बच सकती है अन्यथा जानवरों के लिए चारा भी नहीं बचेगा। ऐसे में उनके सामने काफी समस्याएं उत्पन्न हो जाएगीं।