उमाकांत गौतम की रिपोर्ट
लखनऊ-राजधानी के पीजीआई थाना के अंतर्गत आने वाले उतरठिया में रहने वाले गंगाराम गौतम ने पीजीआई थाने में गुहार लगाते हुए अधिवक्ता ने बताया की पुत्र विशाल गौतम के नाम से सरकारी दुकान 29 जनवरी 2005 में स्पेशल कम्पोनेंट प्लान अनुसूचित जाति के तहत आवंटित की गई थी । जो बरसात में गिर गई उन दुकानों का मलबा अंगद सिंह,अमर सिंह,पुत्रगण मुन्ना सिंह आदि द्वारा मौके पर से दुकानो का मलबा दबंगीय से हटवा कर कहीं अन्य जगह ले जा रहे है। ताकि दुकानों का नामोनिशान मिट जाए और समझौता कर दुकानों को खरीद कर अपना सहन पश्चिम दिशा में कर लें। जब मेरे पुत्र विशाल गौतम व भुइयांदिन,द्वारा मना करने पर विपक्षी गण गुमराह करते हुए कहा कि गंगाराम से बात हो गई है। यह कहते हुए सबको वहां से हटा दिया।एवं विशाल गौतम का 30 हजार कीमत का मोबाइल छीनकर तोड़ दिया जिसमें मौके के वारदात की रिकॉर्डिंग थी। एवं जातिसूचक गालियां देकर जान से मारने की धमकी दी प्रशासन से मदद की गुहार लगाते हुए गंगाराम ने जांच की मांग करते दोषियों के ऊपर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है।