अभिमन्यु शुक्ला की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई, के दन्त चिकित्सा विभाग द्वारा विश्वविद्यालय के ओपीडी ब्लाॅक में कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए ओरल हाइजीन डे मनाया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 (डा0) रमाकान्त यादव ने किया। इस अवसर पर आयोजित स्लोगन लेखन, मीम मेकिंग एवं सेल्फी कम्पटीशन के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। स्लोगन लेखन में प्रथम स्थान यूजी स्टूडेन्ट् अतुल यादव ने तथा रश्मि द्वितीय स्थान पर रहीं। वहीं मीम मेकिंग में डेन्टल विभाग के फैकेल्टी मेम्बर डा0 राहुल मिश्रा विजेता रहे। सेल्फी में पीजी स्टूडेन्ट डा0 जया अग्रवाल पहले स्थान पर तथा डा0 कीर्ति शर्मा दूसरे स्थान पर रहीं कार्यक्रम में संयोजक कोविड-19 एवं नॉन कोविड अस्पताल डा0 एसपी सिंह, चिकित्सा अधीक्षक डा0 आदेश कुमार, कुलसचिव सुरेश चन्द्र शर्मा, दन्त चिकित्सा विभाग के विभागाध्यक्ष डा0 अतुल कुमार सिंह, फैकेल्टी मेम्बर डा0 राजेश ठाकुर, डा0 विपिन यादव, डा0 राहुल मिश्रा, डा0 विजय मिश्रा, डा0 गौरव जैन, डा0 राजमंगल यादव, डा0 अनुज सविता, सीनियर एवं जूनियर रेजिडेन्ट्स आदि उपस्थित रहे।
इस अवसर पर बोलते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 (डा0) रमाकान्त यादव ने कहा कि सेहतमंद दॉतों के लिए ओरल हाइजीन बेहद जरूरी है। उन्होंने बताया कि दॉतों को ब्रश से साफ करते समय ध्यान रखें की ब्रश मुलायम हों। मसूढ़ों पर ज्यादा दबाव न डालते हुए ब्रश को मुॅह में 45 डिग्री एंगल पर घुमायें। उन्होंने बताया कि रोजाना दॉतों की सफाई से प्लाक, कैविटी आदि से बचने के अलावा अन्य खाद्य अवशेष से भी मुॅह की सफाई होती है दन्त चिकित्सा विभाग के विभागाध्यक्ष डा0 अतुल कुमार सिंह ने बताया कि पूरा विश्व पिछले दो सालों से कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रहा है तथा ऐसी आशंका व्यक्त की जा रही है कि तीसरी लहर भी आ सकती है। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि यह वायरस खासतौर पर मुॅह एवं नाक के जरिये ही शरीर के अंदर प्रवेश करता है। ऐसे में जरूरी है कि हम अपनी तरफ से सावधानी बरतें विशेष तौर पर मुॅह की सफाई जरूरी हैं। यदि हम प्रतिदिन मुॅह की ठीक प्रकार से सफाई करते हैं तो न केवल कोरोना बल्कि इसके साथ ही तमाम फंगस वाले जानलेवा रोगों से भी बच सकते हैं।