अभिमन्यु शुक्ला की रिपोर्ट
औरैया– जिले के बूढादाना गांव में
अपने घर पर ग़ायब स्कोर्पियो के साथ पकड़े गए भाजपा नेता संजय राजपूत ने खुद को पुलिस के सामने बताया निर्दोष व विरोधियों द्वारा साज़िश का लगाया आरोप,
बड़ा सवाल आख़िर कॉंट्रैक्ट बेस पर लगी कार कैसे और क्यू व किसके द्वारा हुई बिक्री?
साथ ही उठ रहा है बड़ा सवाल, इतनी महँगी एसयूवी कार ख़रीदने की बात को कहने वाले संजय राजपूत ने लाखों रुपए देकर कार क्यों नही करवाई अपने नाम ?
दरअसल हाईटेक जमाने में धोखे से धोखा खा गए स्कोर्पियो का बंदरबाँट करने वाले, जीपीएस नामक यंत्र ने पकड़ा सारा खेल, मामला खुलने पर हो सकती है मुख्य आरोपी को जेल,
वहीं सूत्रों के अनुसार संजय राजपूत नामक युवक ने अपने फ़ेसबुक पर सार्वजनिक रूप से कार ख़रीदने की कही बात व की थी फ़ेसबुक पोस्ट, जबकि उक्त कार अब भी है राम स्वरूप चौहान के नाम पर रजिस्टर्ड,वहीं संजय राजपूत के समर्थन व सिफ़रिशों के लिए थाने में दिन भर लगा रहा तथाकथित नेताओ का जमावड़ा,
सूत्रों के अनुसार कूटरचित दस्तावेजों व गाड़ी मालिकों के साथ फ़्रॉड कर उक्त गाड़ियों की ख़रीद फ़रोख़्त करने वाले गिरोह का हो सकता है जल्द भंडाफोड़,वहीं दिबियापुर थानाध्यक्ष ने बताया कि इस मामले में गम्भीरता से पुलिस जांच कर रही है, दोषियों को चिन्हित कर नियमानुसार करेंगे कड़ी कार्यवाही।