अतीक परिवार के एआईएमआईएम में शामिल होते ही सपा, कांग्रेस और बसपा नेताओं का पूरा कुनबा इसे लेकर सोशल मीडिया पर कूद पड़ा।
गुजरात की अहमदाबाद जेल में बंद पूर्व सांसद अतीक अहमद और उनके परिवार वालों के ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) में शामिल होने से सियासत गरमा गई है।
जानकारों का मानना है कि असदउद्दीन ओवैसी और जेल में बंद अतीक के गठजोड़ से प्रयागराज और आसपास के जिलों के मुस्लिम वोटों के समीकरण पर असर पड़ सकता है। हालांकि, कुछ इसे भाजपा की नूराकुश्ती ही बता रहे हैं।
अतीक ने यूपी के आगामी विधासनसभा चुनाव के लिए एआईएमआईएम से पांच सीटें मांगी थीं। फिलहाल तीन सीट के वादे के साथ अतीक व उनके परिवार ने ओवैसी के साथ नई पारी की शुरुआत कर दी है। भाजपा सरकार बनने के बाद से ही अतीक पर शिकंजा कस गया था। हाल ऐसा हो गया कि उन्हें राजनीतिक संरक्षण मिलना मुश्किल हो गया। सूबे में अतीक और उनके गैंग के लोगों के खिलाफ कार्रवाई हुई। उनका पुश्तैनी मकान तक ढहाया गया।
अतीक गैंग आईएस-227 में के लोगों को जेल भेजा गया। दर्जनों करीबी जेल पहुंचे तो मकानों की कुर्की भी हुई। हालात ये हो गए कि यूपी की जेल तक में अतीक को ठिकाना नहीं मिला। अहमदाबाद जेल से अतीक नया राजनीतिक ठिकाना तलाशने के लिए जद्दोजहद करते रहे। ऐसे में कई राजनीतिक दलों के इनकार के बाद एआईएमआईएम का दामन थामना उनकी मजबूरी बनी।
एआईएमआईएम से जुड़े लोगों का कहना है कि कानपुर कैंट से अतीक अहमद चुनाव लड़ सकते हैं। उन्होंने खासतौर पर इस सीट से टिकट मांगा है। फतेहपुर की सदर सीट भी अतीक को मिलने की बात कही जा रही है। इस पर भी परिवार का कोई सदस्य चुनाव लड़ सकता है। इलाहाबाद पश्चिमी से अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन को चुनाव लड़ाने की तैयारी है। हालांकि शहर दक्षिणी सीट भी उनके लिए छोड़े जाने की चर्चा है।
कुछ साल पहले अतीक ने एकाएक अपना दल का भी दामन पकड़ा था। तब भी संगमनगरी समेत आसपास के जिलों में मुस्लिम वोटों का समीकरण बदलने की कोशिश हुई थी, लेकिन नतीजे बहुत सार्थक नहीं हो पाए थे। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि अतीक और ओवैसी का यह गठजोड़ मुस्लिम वोटों पर अधिकार ठोकने वाली सपा, कांग्रेस और बसपा को कुछ हद तक नुकसान पहुंचा सकता है।
भाई बरेली जेल में, बेटे को तलाश रही एसटीएफ
अहमदाबाद जेल में बंद अतीक के छोटे भाई पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ बरेली जेल में बंद हैं। उनके बड़े बेटे उमर को एसटीएफ तलाश रही है। उमर पर इनाम घोषित है। साढ़ू इमरान समेत कई रिश्तेदार नैनी, बरेली, झांसी, फतेपहुर जेलों में बंद हैं।
पत्नी, बेटे, साली और अन्य के साथ जेल में बंद अतीक ने भी एआईएमआईएम की सदस्यता ली है। अतीक ने जेल से एक खत भी लिखा है। मीडिया के नाम जारी खत में कहा है कि बैरिस्टर असदउद्दीन ओवैसी के देश प्रेम, संविधान के प्रति उनकी आस्था और अल्पसंख्यकों, दलितों के प्रति उनका मिशन देखते हुए मैं पार्टी की सदस्यता ले रहा हूं।