अभिमन्यु शुक्ला की रिपोर्ट
औरैया जिले की बिधूना तहसील के ग्राम इकघरा की बेटी उर्वशी दीक्षित जब देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार फ्लोरेंस नाइटेंगिल से सम्मानित होने के बाद अपने पैतृक गांव पहुंची तो ग्राम वासियों के चेहरों पर खुशी की लहर दौड़ गई।ग्रामीणों ने उनका जोरदार स्वागत किया।
मालूम हो कि उर्वशी दीक्षित को 15 सितंबर को लखनऊ में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा देश के प्रथम नागरिक राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा सम्मानित किया गया था। जब वह 41 वर्ष बाद अपने ग्राम इकघरा पहुंची तो ग्राम वासियों ने उनका स्वागत बहुत गर्मजोशी से किया। ग्राम वासियों ने स्वागत समारोह का भी आयोजन किया था जिसमें अधिक संख्या में ग्रामीण महिलाएं बुजुर्ग व बच्चोंकी सहभागिता रही ।
उर्वशी दीक्षित ने कहा कि आज हम जो कुछ हैं वह आप सभी की वजह से हैं क्योंकि अगर आप लोगों ने हम पर भरोसा न किया होता तो हमें कभी सेवा करने का मौका न मिला होता। विश्वास था कि हम अपनी बुआ भतीजी दीदी बहन के पास जाएंगे तो हमारी मदद हो जाएगी और आप अगर हमारे पास आए न होते तो हम किस की मदद करते हम आप लोगों की प्रेरणा से ही आज हम इस स्तर पर पहुंचे हैं वरना हम भी इसी माटी में खेले हैं इसी माटी में पले हैं । आप लोगों का जो प्यार स्नेह आज मुझे मिला है वह कभी जीवन पर्यंत भुला न पाएंगे जब तक मेरे शरीर में सांसे हैं मैं निरंतर आपकी सेवा में तत्पर रहूंगी। राजीव गुप्ता ने कहा कि बहन ने हमारे गांव का नाम ही नहीं बल्कि एक एक व्यक्ति का नाम रोशन कर दिया है।
प्रधान प्रकाश दिवाकर व उनकी पत्नी समेत सैकड़ों ग्रामीण महिलाओं ने उर्वशी का माल्यार्पण कर स्वागत किया । प्रकाश दिवाकर ने कहा मैं सर्वप्रथम स्वर्गीय पंडित राधेश्याम ठूठ जी का आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने बड़े कठिन समय में अपनी बेटी को शिक्षा दीक्षा दी और समाज का विरोध भी बर्दाश्त किया।। क्योंकि उस जमाने में जब बेटियों को घर के बाहर निकलने की अनुमति भी नहीं होती थी तब पंडित जी ने अपनी बेटी को पढ़ा कर कानपुर ट्रेनिंग के लिए भेजा और उन की ऊची सोच ने आज पूरे गांव का नाम उनकी बेटी के द्वारा स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया । ग्रामवासियों से अपील की कि वह अपने बच्चों को शिक्षा दीक्षा दें जिससे कि आने वाला कल हर बच्चे का उज्जवल भविष्य हो
इस अवसर पर रानू पांडेय ,दीपक दीक्षित, दिनेश दीक्षित ,ज्योतिष शाक्य ,उर्मिला शाक्य ,चोली शाक्य, छुमी दिवाकर, हरिओम कठेरिया अतेंद्र दीक्षित, मोहन लाल जाटव, प्रमोद प्रकाश दीक्षित ,अमोद प्रकाश दीक्षित, संतोष तिवारी, रामकुमार शाक्य, सुमित्रा दीक्षित, मेघा तिवारी, कामिनी बाथम, सत्तो कठेरिया सैकड़ों ग्रामवासी आदि मौजूद रहे।संचालन रानू दीक्षित ने किया ।