लखनऊ ;उत्तर प्रदेश में होने वाले विधान सभा चुनाव पर सबकी नज़रें टिकी है अगले साल की शुरुआत में पांच राज्यों में संसदीय चुनाव होंगे, जिसमें सभी सत्ताधारी दल फिर से जीतने का लक्ष्य रखेंगे, विपक्ष में बैठे दल सत्ता तक पहुंचने की जुगत में लगे हुए हैं. चुनाव से पहले यह सर्वे क्या कहता है.अब बात उत्तराखंड की. साढ़े 4 साल में 3 बार मुख्यमंत्री बदलने वाली बीजेपी क्या इस बार भी सत्ता पर पकड़ बनाए रखने में कामयाब होगी.सर्वे के मुताबिक राज्य में बीजेपी फिर से सत्ता में वापसी कर सकती है. सी-वोटर सर्वे में यह बात सामने आई है कि भारतीय जनता पार्टी को 42 से 46 सीटें मिल सकती हैं जबकि कांग्रेस को 21 से 25 सीटें मिलने के आसार हैं.हालांकि राज्य में मजबूत दस्तक देने की कोशिश में जुटी आम आदमी पार्टी को कोई खास फायदा होता नहीं दिख रहा और उसे 0 से 4 सीटें तथा अन्य के खाते में अधिक से अधिक 2 सीटें जा सकती हैं. सर्वे के मुताबिक विधानसभा चुनाव में बीजेपी को सबसे ज्यादा 45 फीसदी वोट तो कांग्रेस को 34 फीसदी और आम आदमी पार्टी को 15 फीसदी वोट मिलने के आसार हैं.सर्वे के मुताबिक, मणिपुर में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को करीब 36 फीसदी वोट मिल सकते हैं, तो कांग्रेस के खाते में 34 फीसदी वोट आ सकते हैं. जबकि एनपीएफ को 9 फीसदी और अन्य के खाते में 21 फीसदी वोट जा सकते हैं.
60 सदस्यीय मणिपुर विधानसभा में इस बार त्रिशंकु विधानसभा के आसार बन दिख रहे हैं. सीटों के लिहाज से अगर देखें तो मणिपुर में बीजेपी को 21-25 सीटें तो कांग्रेस को 18 से 22 सीटें मिलने के आसार हैं. जबकि एनपीएफ को 4 से 8 सीटें मिल सकती है.सर्वे के अनुसार, 40 सदस्यीय गोवा विधानसभा चुनाव में सत्तारुढ़ बीजेपी को 38 फीसदी वोट मिल सकते हैं और सत्ता पर पकड़ बनाए रख सकती है. आम आदमी पार्टी को 23 फीसदी वोट मिल सकते हैं, तो कांग्रेस के खाते में 18 फीसदी, और अन्य को 21 फीसदी वोट मिलने की संभावना जताई गई है.
अगर गोवा विधानसभा में सीटों के लिहाज से देखें तो भारतीय जनता पार्टी को 24 से 28 सीटें, कांग्रेस को 1 से 5 सीटें, आम आदमी पार्टी को 3 से 7 सीट और अन्य के खाते में 4 से 8 सीटें जा सकती है.
बात अब उत्तर प्रदेश की करते हैं. देशभर की निगाहें योगी आदित्यनाथ के उत्तर प्रदेश पर लगी हुई है. क्या उनकी अगुवाई में बीजेपी लगातार दूसरी बार सत्ता पर काबिज होती है. हालांकि लखीमपुर खीरी हिंसा और गोरखपुर कांड समेत कई मामलों के बीच इस बार चुनाव रोमांचक होने के आसार हैं.सर्वे के मुताबिक उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर से सरकार बना सकती है. दावा किया गया है कि बीजेपी के खाते में 241 से 249 सीटें आ सकती है. जबकि अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के हिस्से में 130 से 138 सीटें जा सकती है तो बहुजन समाज पार्टी को 20 से कम सीटें मिलने के आसार हैं.
प्रियंका गांधी वाड्रा की अगुवाई में लगातार सक्रिय कांग्रेस को इस बार भी खास फायदा होता नहीं दिख रहा है. कांग्रेस 3 से 7 सीटों के बीच सिमट सकती है