उत्तर प्रदेश : गौरतलब है कि यूपी विधानसभा चुनाव नजदीक होने के कारण राजनीतिक पार्टियां एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने में जुटी हुई हैं।उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पिछड़ा वर्ग सम्मेलन को संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को आड़े हाथों लिया। मौर्य ने कहा कि, 2019 के लोकसभा चुनाव में तो सांप और नेवले में दोस्ती हो गई थी।एसपी-बीएसपी साथ हो गए थे।
उन्होंने कहा, ये दोनों दल गरीबों के लिए एक नहीं हुए थे, बल्कि मोदी जी को कुर्सी से हटाने के लिए साथ आए थे। उन्होंने यह भी कहा कि इस बार के विधानसभा चुनाव में भी बहुत सारे छोटे – बड़े दल आ गए हैं। वो प्रायोजित तरीके से जातियों के बीच जाकर वोट काटने की साजिश करेंगे।
उन्होंने कहा कि विरोधी दलों के नेता या तो अखबारों में छपते हैं या फिर टीवी में दिखते हैं। ट्विटर छाप नेता केवल ट्वीट कर सकते हैं। वो जनता का दुख दर्द नहीं समझ सकते। समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि यूपी इलेक्शन से पहले ही केशव प्रसाद मौर्य ने अपनी हार मान ली है। हार के डर से वो बहकी बहकी बातें कर रहे हैं। जब नेता जनता की समस्या के बजाय लोगों की व्यक्तिगत जीवन की बात करने लगें तो समझा जाए कि वह मानसिक तनाव से गुजर रहा है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी सरकार पर हमला बोला है। उत्तर प्रदेश में बढ़ रही बिजली की समस्या को लेकर उन्होंने कहा कि त्योहार बीत गए लेकिन सरकार बिजली नहीं दे पाई। अगर कोयले की व्यवस्था की गई होती तो यह स्थिति न होती।