सहारनपुर: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को ले कर पूरे देश में काफी हलचल है, भले ही बात यूपी की है मगर दिलचस्पी हर किसी को है जहाँ कांग्रेस ने अपनी तमाम तर जिम्मेदारी प्रियंका गांधी के कंधों पर डाल दी है।आगामी चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी को प्रियंका गांधी वाड्रा के नेतृत्व पर काफी भरोसा है.कांग्रेस के तमाम बड़े और वरिष्ठ नेता यह कह चुके हैं कि प्रियंका यूपी चुनाव में पार्टी का चेहरा होंगी. लेकिन कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और यूपी के सहारनपुर से ताल्लुक रखने वाले इमरान मसूद की राय जुदा है.
वह मानते हैं कि उत्तर प्रदेश में भाजपा को चुनौती देने की क्षमता सिर्फ समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) में हैं. सपा को नजरअंदाज कर भाजपा के खिलाफ कोई लड़ाई नहीं जीती जा सकती. प्रियंका गांधी के चेहरे पर उत्तर प्रदेश चुनाव लड़ने से कांग्रेस को फायदा होगा, इस कथन में भी इमरान मसूद विश्वास नहीं रखते. उनका कहना है कि कांग्रेस को पहले ‘सर्वाइव’ तो करने दीजिए ।
इमरान मसूद का कहना है कि उत्तर प्रदेश में यदि भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से हटाना है और ईमानदारी से लड़ाई लड़नी है तो गठबंधन होना चाहिए. सभी मिलकर लड़ेंगे तभी यह संभव हो पाएगा. सपा के साथ गठबंधन को लेकर क्या उन्होंने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से बातचीत की है? इस सवाल पर इमरान मसूद का कहना है कि जब मैं टीवी प्लेटफॉर्म पर बोल रहा हूं तो सारी बातें क्लियर हैं. यहां बोल रहा हूं तो जाहिर सी बात है, पार्टी फोरम पर भी बोला होगा.
कांग्रेस नेता इमरान मसूद का कहना है कि समाजवादी पार्टी बड़ा दल है. उसका वोट शेयर ज्यादा है. उसको बड़े भाई की भूमिका अपनानी चाहिए. समाजवादी पार्टी को ईमानदारी से गठबंधन का विकल्प अपनाना चाहिए. पिछली बार चुनाव के टाइम पर सपा और कांग्रेस गठबंधन की घोषणा की गई थी. इस बार अभी गठबंधन की घोषणा करनी चाहिए, तब फायदा होगा. समय मिलेगा तो सभी दलों के कार्यकर्ता एक दूसरे के साथ सामंजस्य बैठा सकेंगे. यदि सामंजस्य नहीं बैठेगा तो चुनाव कैसे लड़ेंगे.
उत्तर प्रदेश के सियासी मूड के बारे में पूछे जाने पर इमरान मसूद ने कहा, ”भाजपा सरकार ने पांच साल में एक भी ऐसा काम नहीं किया, जिसके जरिए वह जनता का वोट लेने का हक जता सके. इतनी बड़ी बहुमत वाली सरकार के खिलाफ इतनी ज्यादा नाराजगी पहले कभी नहीं देखी गई. लेकिन उसके हक में जो एक बात जा रही है, वह यह है कि विपक्ष खेमों में बंटा हुआ है. वोटों का विभाजन बीजेपी की ताकत बना हुआ है. वोटों का विभाजन नहीं रुका तो भाजपा को सत्ता में वापसी करने से नहीं रोक सकते.’