उत्तर प्रदेश, लखनऊ : मामला उत्तर प्रदेश के ज़िला बस्ती का है जहाँ मुख्यमंत्री आदित्य नाथ के एक कार्यक्रम में शामिल होने के कुछ पहले घटित घटना के दौरान कोई अनहोनी होने से पहले हालात पे काबू कर लिया गया ।
दरअसल दो दिन पहले एक कार्यक्रम से पहले प्रेक्षागृह में लाइसेंसी हथियार लेकर एक व्यक्ति पहुंचा था. इसे सुरक्षा में बड़ी चूक माना जा रहा है. इस मामले में 7 पुलिसकर्मी दोषी पाए गए थे. जिनमें 4 को निलंबित (4 Policemen Suspended) किया गया है. यह जानकारी बस्ती के एसपी आशीष श्रीवास्तव ने दी है. उन्होंने कहा कि बाकी के 3 पुलिसकर्मियों के बारे में रिपोर्ट भेज दी गई है.विभाग इस मामले में आगे की कार्रवाई करेगा.
बस्ती के एसपी (Basti SP) ने बताया कि यह घटना वीआईपी नेता का हेलीकॉप्टर लैंड होने से 40 मिनट पहले हुई. शुरुआती जांच में बस्ती जिले में तैनात 4 पुलिसकर्मियों समेत 7 पुलिसकर्मियों की लापरवाही सामने आई है. इनमें से 2 पुलिसकर्मी सिद्धार्थनगर और 1 संत कबीर नगर में तैनात थे. पुलिस अधिकारी ने बताया कि बस्ती जिले में सीएम का वीआईपी कार्यक्रम (CM Yogi Programme) था. उनके आने के 45 मिनट पहले एक शख्स अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर लेकर ऑडिटोरियम में पहुंचा था.
वहां ड्यूटी पर मौजूद सर्किल अधिकारी की नजर जैसे ही उस पर पड़ी तो उन्होंने शख्स को तुरंत ऑडिटोरियम से बाहर निकाल दिया. पुलिस अधिकारी ने बताया कि उसकी पहचान भी कर ली गई है. सीएम योगी के कार्यक्रम से पहले इसे सुरक्षा में बड़ी चूक माना जा रहा है. सही समय पर पुलिस की नजर हथियार लेकर पहुंचे शख्स पर पड़ गई. इसी वजह से समय रहते हालात पर काबू पा लिया गया. इस घटना के सामने आने के बाद यूपी पुलिस की सुरक्षा भी सवालों के घेरे में है. सवाल ये उठ रहा है कि एक वीआईपी की सुरक्षा में आखिर इतनी बड़ी चूत कैसे हो गई. कई लेयर सिक्योरिटी को भेदकर आखिर शख्सऑडिटोरियम में कैसे पहुंच गया. समय रहते सर्किल ऑफिसर ने उसे देख लिया और बाहर निकाल दिया.