राम कैलाश पटेल की रिपोर्ट
अमेठी पुरानी पेंशन बहाली व निजी करण के विरोध के लिए संघर्षरत अटेवा संगठन के कर्मचारियों ने विजय कुमार बंधु के निर्देश पर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा।
अमेठी जनपद के गौरीगंज मुख्यालय पर शाम 4:00 बजे अटेवा के बैनर तले हजारों पेंशन विहीन कर्मचारी वित्त लेखा कार्यालय गौरीगंज से पैदल मार्च करते हुए ओवर ब्रिज के नीचे से होते हुए जिलाधिकारी के कार्यालय पर पहुंचकर पटेवा जिला अध्यक्ष मंजीत यादव के नेतृत्व में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी अमेठी के प्रतिनिधि संजीव कुमार मौर्य उप जिलाधिकारी गौरीगंज को दिया। उत्तर प्रदेश सरकार की नौकरियों में 01 अप्रैल 2005 से शिक्षकों / कर्मचारियों को दी जाने वाली सामाजिक सुरक्षा पुरानी पेंशन व्यवस्था (OPS) को समाप्तकर बाजार आधारित नई पेंशन व्यवस्था (NPS) लागू कर दी गई है। जो न तो शिक्षकों कर्मचारियों के हित में है और न ही प्रदेश एवं देश हित में है। क्योंकि कर्मचारियों के साथ-साथ प्रदेशों एवं केन्द्र सरकार का पैसा प्राइवेट कंपनियों के पास जमा हो रहा है। जिसका न कोई भविष्य है ना ही कोई गारंटी एवं सुरक्षा यह व्यवस्था अन्यायपूर्ण एवं विभेदकारी है।सरकारी परिसंपत्तियाँ देश की धरोहर है। सरकारी संस्थान रोजगार सृजन के माध्यम है। सरकारी संस्थान हमारे देश के गौरव केन्द्र है। इन संस्थानों का निजीकरण करना देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण होगा। इन संस्थाओं की परिसंपत्तियों एवं उनमें कार्यरत कर्मचारी देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे है। इनकों निजी हाथों में सौंपना उचित नहीं है। निजीकरण से जनता का शोषण तथा प्राईवेट कम्पनियों का लाभ होता है जो एक लोक कल्याणकारी राज्य की संकल्पना के खिलाफ है।NPS व्यवस्था समाप्त करके पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करने व निजीकरण को समाप्त करने की माँग की गई । अटेवा कर्मचारियों पोस्टर व बैनर लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इस अवसर पर जिला महामंत्री अजय कुमार मौर्य ,मनजीत कुमार यादव जिला अध्यक्ष अमेठी कपिलेश यादव, रामबली गौतम ,सुधीर कुमार अग्रहरि, महेंद्र कुमार मिश्रा ,सुरेश चंद्रपाल, अनुराग यादव ,अब्दुल रशीद जिला अध्यक्ष पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ अमेठी, धीरेंद्र प्रताप सिंह ,रामबरन, सोहनलाल ,आशुतोष मिश्रा, हरिकेश कुमार यादव, जामवंत मौर्य सहित हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे।