उत्तरप्रदेश के विधानसभा चुनाव की घोषणा औपचारिक तौर पर तो नहीं की गयी है, लेकिन जिस तरह से सभी दल अपना मोर्चा संभाले हैं, उससे नजर आ रहा है, कि मुकाबला शुरु होने से पहले ही दिलचस्प हो गया है।
बीजेपी गहमागहमी इन दिनों बढ़ी नज़र आ रही है अमित शाह के यूपी दौरे से ये अनुमान भी लगाया जा रहा है कि ये चुनाव भाजपा के लिए कितना महत्वपूर्ण है । शाह के लखनऊ दौरे के समय ही यह आहट तेज हो गई कि आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी एक तिहाई विधायकों को बदल सकता है। जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए अखिलेश यादव ने तंज कसा कि इस बार बीजेपी चाहे तो सभी के टिकट काट लें लेकिन योगी सरकार की वापसी नहीं होगी ,बता दें कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर प्रहार जारी करते हुए कहा कि प्रदेश में लोग बदहाल है। इसलिये लोगों ने ही तय कर लिया है कि बीजेपी सरकार को सीधे क्वारंटीन सेंटर भेज देना चाहिये। अखिलेश यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि डबल इंजन ही आपस में इस तरह से लड़ रही है कि बीजेपी की सरकार वापसी ही नहीं कर पायेगी। उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता ही एक-दूसरे को हराने पर तुले हुए है। जिससे हमारा काम आसान हो जाएगा।
मालूम हो कि अखिलेश पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक और पंकज मलिक के सपा में शामिल होने पर कहा कि सपा बीजेपी की ऐसी घेराबंदी कर रही है कि इस बार कोई पैंतराबाजी चल नहीं पायेगा। उन्होंने कहा कि महंगाई अपने चरम पर पहुंच गई है। आज लोग पेट्रोल,डीजल के दाम आसमान छूने से सरकार से नाराज है। यहीं नहीं कोई दिन ऐसा नहीं बीतता है जब पेट्रोल,डीजल के दाम में बढ़ोतरी नहीं होती है।