मोहित गुप्ता की रिपोर्ट
हरदोई जनपद मे जब तक व्यापारियों के मसीहा, गल्ला मंडी अध्यक्ष वेद प्रकाश गुप्ता जी जिंदा रहे हरदोई गल्ला मंडी में किसी पुलिस प्रशासन की ऊंची आवाज में बात करने की हिम्मत नहीं थी
आज जब गल्ला मंडी में बेलगाम प्रशासन व्यापारियों से बदतमीजी से बात कर रहा था तब हर व्यापारी को वेद प्रकाश गुप्ता की याद आ रही थी लेकिन प्रशासन को इसका करारा जवाब नए साल पर 1 तारिक को व्यापारी धरणाप्रदर्शन कर करारा जवाब देने की बात कही जा रही है वही व्यापारी संगठन आज मंडी मे जो कुछ हुआ उससे आक्रोशित हुए है आज प्रशासन की पूरी टीम ने व्यापारिओं के साथ जो किया वो अत्यधिक निदनीय है व्यापारी को कुछ समय और दिया जाए क्यो की कोरोना कॉल मे काम धंधे ठप हुए पड़े है व्यापारी वर्ग अभी पिछले कोरोना महामारी से पूरी तरहे से उभर भी नही पाए है जो की अब दोबारा सत्ता के चलते हो रहा है एक तरफ सत्ता के चलते लोगो के साथ गलत नही होना चाहिए वही दूसरी और व्यपारिओ पर एफआईआर दर्ज कराने की बात कही जा रही है आखिर व्यापारिओं के साथ ऐ सिलसिला कब तक जारी रहेगा क्या इससे पहले चुनाव नही हुए क्या आखिर वेद प्रकाश गुप्ता के समय मे ऐसा क्यो नही हुआ जो आज व्यापारिओं के साथ हुआ और आगे होना बाकि है आज आपको हरदोई गल्ला मंडी की एक ऐसी खबर से अवगत कराते है जो कभी भी आज तक नही हुआ
हरदोई जनपद मे निर्वाचन को मद्देनजर रखते हुए नवीन गल्ला मंडी हरदोई में ईवीएम के लिए आरक्षित स्ट्रांग रूम खाली कराने को लेकर आज सुबह व्यपारियों व प्रशासनिक अधिकारियों में विवाद हो गया। नोटिस के बावजूद भी व्यपारियों द्वारा स्ट्रांग रूम खाली न किये जाने की सूचना पर एडीएम वंदना त्रिवेदी, नगर मजिस्ट्रेट सदानंद गुप्ता, एएसपी व सीओ सिटी मौके पर पहुंचे और व्यापारियों को समझाने का प्रयास किया, किन्तु व्यापारियों ने स्ट्रांग रूम खाली करने से मना कर दिया और सड़क पर जाम लगाकर नारेबाजी करने लगे।
एडीएम के अनुसार मंडी परिसर के पीछे सरकारी भवन में निर्वाचन के मद्देनजर ईवीएम रखने की व्यवस्था की जाती है। इधर विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। शासन की मंशानुरूप समय से सभी तैयारियां पूरी की जानी है। ईवीएम के लिए गल्ला मंडी के व्यापारियों को नोटिस दी गयी थी, किन्तु फिर भी ईवीएम हेतु स्पेस खाली नही किया गया जब आज पुलिस व प्रशासन की टीम पहुंची तो व्यापारियों ने विरोध किया और सड़क जाम कर नारेबाजी करने लगे। सूत्रों के अनुसार निर्वाचन कार्य मे व्यवधान पैदा करने वाले व्यापारियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। उधर मंडी व्यापारियों का कहना है कि ये व्यपारियों व किसानों का उत्पीड़न है आखिर कब तक व्यापारिओं को परेशान किया जाएगा ऐ आए पांच सालो मे चुनाव होते है कोई इस बाऱ नई बात नही है जिस तरिके से जगहे कराने का तरीका कुछ अटपटा सा लग रहा है आखिर व्यापारिओं की समस्या का समाधान होगा या फिर व्यापारिओं का नया साल जो है धरना प्रदर्शन मे ही गुजरने वाला है अब देखना ऐ है की जीत किसकी होंगी हमने तो आज तक यही. देखा है की जीत हमेशा सच और जनता के साथ रही है