कानपुर
उन्नाव में थानेदार ने बच्चों के बीच रिश्वत का ज्ञान दिया था, तो वहीं कानपुर के नजीराबाद थाने में तैनात दरोगा घूसकांड को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस का ऐलान कर पुलिस महकमे में खलबली मचा दी। जानकारी होने पर पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने उसे तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया। गाज गिरने के बाद दरोगा ने कहा है कि मैं निर्दोष था, लेकिन हमें जेल भेज दिया गया। मैंने, बर्रा के तत्कालीन थाना प्रभारी के कहने पर 50 हजार रुपए घूस के तौर पर लिए थे। जबकि कार्रवाई उन पर होनी चाहिए, लेकिन बलि का बकरा मुझे बना दिया गया।
क्या है पूरा मामला
2014 में बर्रा थाने में दरोगा दयाशंकर वर्मा मुंशी के पद पर तैनात थे। उनका दावा है कि उस दौरान एक अपराधी को छोड़ने के लिए तत्कालीन थाना प्रभारी संजय मिश्रा ने उनके जरिए 50 हजार रुपए लिया था। घूस देने वाले अपराधी ने मेरा वीडियो बना लिया और तत्कालीन आईजी आशुतोष पांडेय से शिकायत कर दी थी। आईजी ने मुझे ऑन ड्यूटी बर्रा थाने से ही गिरफ्तार करवाकर जेल भेज दिया था। इतना ही नहीं मेरे खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है। इसी के चलते मैं सारे एवीडेंस के साथ प्रेस के जरिए अपनी बात सरकार तक पहुंचाना चाहता था।
लाइन हाजिर के बाद सस्पेंड
मामले पर डीसीपी साउथ रवीना त्यागी ने बताया कि नजीराबाद थाने में तैनात रहे दरोगा दयाशंकर वर्मा को दो दिन पहले लाइन हाजिर किया गया था। लाइन में आमद नहीं कराने और बगैर अनुमति प्रेस कॉन्फ्रेंस की घोषणा करने पर उसे सस्पेंड कर दिया गया। जिसके बाद दरोगा ने अपनी बात मीडिया को बता दी। उसने बर्रा के पूर्व थाना प्रभारी के अलावा आलाधिकारियों पर आरोप लगाए हैं और पूरे मामले की जांच कराए जाने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ से मांग की है।
पुलिस कमिश्नर से की शिकायत
दरोगा ने बताया कि उन्होंने कानपुर पुलिस कमिश्नर असीम अरुण से पूरे मामले की शिकायत करते हुए उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की थी। लेकिन बड़े साहब ने कुछ नहीं किया। इसी के चलते मैंने प्रेस के जरिए अपनी बात आलाधिकारियों के अलावा सरकार तक पहुंचाना चाहता था। मैं मीडिया से बात कर पाता, उससे पहले ही मुझे सस्पेंड कर दिया गया। दरोगा ने कहा कि मैं जल्द ही पूरे एवीडेंस के साथ मीडिया से रूबरू होकर अपना पक्ष रखूंगा।
मीडिया को भेजा आमंत्रण पत्र
मैं दयाशंकर वर्मा वर्तमान में एसआई के पद पर थाना नजीराबाद में तैनात हूं। आपको सविनय अवगत कराना चाहता हूं कि विगत सन 2014 में जब मैं थाना बर्रा में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात था, तभी एक लूट के मामले में मेरे साथ मेरे ही विभाग द्वारा अनैतिक और एकतरफा कार्यवाही करके मुझे फंसाया गया जिससे मुझे अत्यधिक मानसिक एवं सामाजिक कष्ट हुआ। बार-बार सक्षम अधिकारियों के समक्ष अपना पक्ष रखने के बावजूद भी आज तक मुझे न्याय नहीं मिल सका।
2 जनवरी को करनी है पीसी
दरोगा ने आगे लिखा कि अतः मैंने सम्मानित मीडिया बंधुओं के समक्ष उपरोक्त मामले से संबंधित सभी पक्ष व आपके तमाम सवालों के जवाब देने हेतु एक प्रेस कॉन्फ्रेंस दिनांक 2 जनवरी 2022 को स्वैच्छिक दुनिया सभागार 128/ 170 एच ब्लॉक रामलीला मैदान के समीप किदवई नगर कानपुर में दोपहर 2ः00 बजे (रविवार)को आयोजित किया है। आपसे विनम्र निवेदन है कि कृपया अपने सम्मानित समाचार पत्र /चैनल के प्रतिनिधि को उपरोक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कवरेज हेतु भेज कर मुझे न्याय दिलवाने की कृपा करें।