मुज़फ्फरनगर
कैंप कमांडेंट कर्नल सुगंध शर्मा ने फायरिंग के विषय में कैडेटों को जानकारी देते हुए बताया कि सैनिक का लक्ष्य एक गोली एक दुश्मन होता है। वही कैडेट्स सटीक निशाना लगा सकता है जिसने स्कोड पोस्ट पर अच्छी सिखलाई पायी हों। फायरिंग करने से पहले हथियार की सही तरीके से जांच कर लें। यदि कोई कमियां हों तो उन्हें दुरुस्त कर लिया जाए। सटीक निशाना दुश्मन को नेस्तनाबूद करने के लिए जरूरी है। इसके लिए आवश्यक है कि हथियार से फायरिंग का तरीका हमें भली-भांति आना चाहिए। इससे पूर्व चौधरी छोटू राम महाविद्यालय की फायरिंग रेंज पर गर्ल्स एवं ब्वायज कैडेटों को फायरिंग कराई गई जिसमें कैडेट्स द्वारा सटीक निशाने साधे गए। बेस्ट फायरर को अपनी प्रतिभा को निखारने का अवसर प्रदान किया जाएगा। कैंप के अपराह्न सत्र में एडवेंचर ट्रेनिंग के बारे में बताते हुए चीफ ट्रेनिंग ऑफिसर कर्नल बकुल गोसाई ने जानकारी दी
पैरासेलिंग, पर्वतारोहण,जम्पिंग, पैराशूटिंग, पैराग्लाइडिंग,रस्सा कूद, ट्रैकिंग, स्कीइंग, चट्टान पर चढ़ना,स्नौंबोरडिंग, साइक्लिंग नौकायन,विण्डं सफिंग, गोताखोरी,कायाकिंग,वाटर राफ्टिंग,होटएयरबैलून,स्काईं ड्राइविंग,पैराजम्स आदि साहसिक क्रियाकलापों से कैडेट्स में आत्मविश्वास बढ़ता है और उसमें नई उर्जा का संचार होता है।इन सबके लिए आवश्यक है कि टैनिंग के दौरान सभी चीजों की सही वाकिफियत होनी चाहिए। एडवेंचर ट्रेनिंग सैनिकों की दिनचर्या का एक हिस्सा है। जरूरत पड़ने पर इन सब चीजों को अमल में लाया जाता है।समय समय पर सैनिकों को इसका प्रशिक्षण दिया जाता रहता है। एडवेंचर ट्रेनिंग के लिए आवश्यक है कि हम पूरी तरह से शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहें। प्रशिक्षण से पूर्व सैनिकों को विभिन्न चिकित्सीय जांचों से भी गुजरना पड़ता है। कैंप में कैंप एडजुडेण्ट कैप्टन विनोद कुमार चौहान, मीडिया प्रभारी कैप्टन अरविंद कुमार, कैप्टन शशांक भारती, सूबेदार मेजर गुरदीप सिंह, सूबेदार राधेश्याम यादव, सूबेदार अक्षय कुमार, सूबेदार मोहिन्दर ठाकुर, हवलदार जसबीर सिंह सहित सैन्य एवं एनसीसी विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।