अभिषेक गुप्ता की रिपोर्ट
फर्रुखाबाद विधानसभा चुनाव में रविवार को मतदाताओं ने अपने मताधिकार का बटन दबाकर 42 प्रत्याशियों की राजनीतिक किस्मत ईवीएम में कैद कर दी है। इस बार मतदाताओं के उत्साह से 62.85 फीसदी मतदान से जिला फस्र्ट डिवीजन पास हो गया। अब भाग्य का फैसला सुनने के लिए प्रत्याशियों को 18 दिन इंतजार करना होगा। उधर, बस्तों पर लगी भीड़ से लोग जीत-हार का गणित लगा रहे हैं। विधानसभा अमृतपुर की बात करें तो यहाँ राजनैतिक दलों के बस्तों पर खासी भीड़ रही।
जिले की चार विधानसभा सीटों पर 42 प्रत्याशी मैदान में हैं। करीब 13 लाख 99 हजार 649 मतदाताओं के लिए 990 मतदान केंद्रों पर 1629 मतदेय स्थल बनाए गए। रविवार सुबह सात बजे मतदान शुरू होते ही लोग उत्साह के साथ बूथ पर पहुंच गए। पहले दो घंटे में कुछ बूथों पर ही मतदाताओं की लाइनें लगीं। नौ बजे तक 9.61 प्रतिशत मतदान हुआ।
इसके बाद अधिकांश मतदान केंद्रों पर वोट डालने वालों की भीड़ बढ़ती गई। इससे सुबह नौ बजे से लेकर दोपहर एक बजे तक चार घंटे में सर्वाधिक करीब 32 प्रतिशत मतदान हो गया। इससे बूथों पर लाइनें लगी रहीं। एक बजे तक जिले में 41.24 प्रतिशत मतदान रिकार्ड किया गया।
दोपहर बाद मतदान की रफ्तार घटने लगी। तीन बजे तक जिले में 50.90 प्रतिशत व पांच बजे तक 61.34 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकारी का प्रयोग किया। अंतिम दौर में शाम बजे तक कुल 62.85 प्रतिशत मतदान होने के साथ जिला फस्र्ट डिवीजन पास हो गया।
शहर के मतदाता भले ही राजनीति में दिलचस्पी दिखाकर आगे रहते हैं, लेकिन मतदान करने में हमेशा फिसड्डी रहे। इस बार के विधानसभा चुनाव में फिर शहरी मतदाता ग्रामीणों से पीछे रह रहे। जिले के चारों विधानसभा क्षेत्रों में भोजपुर अव्वल रहा। यहां 69.26 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके अलावा कायमगंज ने 62.89 प्रतिशत व अमृतपुर ने 60.50 प्रतिशत मतदान के साथ फस्र्ट डिवीजन बनाई। फर्रुखाबाद सदर सीट पर सबसे कम 58.50 प्रतिशत मतदान होने से यह सेकेंड डिवीजन पर लटक गया। इससे ग्रामीण मतदाता फिर शहरी वोटरों को पीछे छोडक़र आगे निकल गए। हालांकि विधानसभा चुनाव 2017 की तुलना में इस बार सभी सीटों पर अधिक मतदान हुआ।