कमीशन के खेल में माहिर है सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मे मिली भगत से चल रहा विभाग,सस्ती दवाइयां हैं उपलब्ध महंगी मेडिसिन अस्पताल से फुर

मोहित गुप्ता की रिपोर्ट
हरदोई /शाहाबाद -स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि उत्तर प्रदेश के सभी सीएचसी और पीएचसी में मरीजों का निशुल्क इलाज किया जाता है लेकिन हकीकत इसके ठीक विपरीत है सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शाहाबाद पर फार्मासिस्ट के द्वारा रेबीज का इंजेक्शन लगवाने आए मरीज को बाहर मेडिकल से सिरिंज और महंगी सिरप लिखी जा रही है और मोटा कमीशन खा रहे हैं और रेबीज इंजेकशन लगवाने के नाम पर 20 रुपये लिए जा रहे हैं रेबीज का इंजेक्शन लगवाने आए एक मरीज ने अपना नाम न छापने की बात कही है उसने बताया है कि उसको कुत्ते ने काट लिया इलाज कराने के लिए वहा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आया जहां पर कुर्सी पर बैठे फार्मासिस्ट ने रेबीज इंजेक्शन लगाने से पहले बाहर से सिरिंज और सिरप लिख दी जब मरीज बाहर से सिरप और सिरिंज लेकर आया जिसके बाद 20 रुपये लेकर उसके रेबीज इंजेक्शन लगा अब सवाल उठता है कि फार्मासिस्ट को दवाई लिखने का सर्टिफिकेट किसने दे दिया वही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर फैले भ्रष्टाचार के बारे मे जब सीएचसी के प्रभारी डॉ. प्रवीण दीक्षित से जानकारी ली गई तो फार्मासिस्ट की इस हरकत से अनजान बन गए और जानकारी न होने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शाहाबाद में किस तरह से भ्रष्टाचार की जड़ें फैली हुई है इसका आप अंदाजा लगा सकते हैं बाहर मेडिकल स्टोर की हो रही बल्ले बल्ले
आखिर डॉक्टरों को कैसे मालूम हैं की जो दबाई लिख रहे हैं वो उसी मेडिकल स्टोर पर मिलेगी उसके अलावा शाहबाद में किसी मेडिकल पर डॉक्टरों की लिखी मेडिसिन नही मिलती हैं ऐसा आखिर क्यो