पाक में लगातार बढ़ रही महंगाई, इतनी हुई जरूरी खाद्य पदार्थों की कीमत

पाकिस्तान का आर्थिक संकट हर गुजरते दिन के साथ गहराता जा रहा है और पाकिस्तान सांख्यिकी ब्यूरो (पीबीएस) के अनुसार, संवेदनशील मूल्य संकेतक (एसपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति 22 मार्च को समाप्त सप्ताह में 47 प्रतिशत भी दर्ज की गई है।यहां आटा-दाल समेत खाने पीने एवं दैनिक उपयोग चीजों में भारी मात्रा में वृद्धि भी हुई है, जिससे जनता काफी त्रस्त है। एक रिपोर्ट की माने तो पाकिस्तान में प्याज की कीमत में 228.28 फीसदी, सिगरेट में 165.88 फीसदी, गेहूं के आटे में 120.66 फीसदी, गैस शुल्क में पहली तिमाही में 108.38 फीसदी और लिप्टन चाय में 94.60 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई है। ट्रैक की गई 51 वस्तुओं के अनुसार, डीजल की कीमत में 102.84 प्रतिशत, केले की 89.84 प्रतिशत, पेट्रोल की 81.17 प्रतिशत और अंडों की कीमत में 79.56 प्रतिशत की वृद्धि भी दर्ज की गई है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के एक अधिकारी ने यह भी कहा है कि प्रस्तावित ईंधन मूल्य निर्धारण योजना के निपटारे के बाद पाकिस्तान और वैश्विक ऋण प्रदान करने वाली संस्था के बीच लंबे समय से प्रतीक्षित ऋण समझौते पर हस्ताक्षर भी किए जाएंगे। साथ ही इस्लामाबाद और आईएमएफ के बीच 1.1 बिलियन डॉलर के ऋण के लिए एक समझौते पर बातचीत जारी है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने समृद्ध ग्राहकों को ईंधन के लिए अधिक शुल्क लेने की घोषणा करी थी और उठाए गए धन का उपयोग गरीबों के लिए कीमतों में सब्सिडी के लिए भी किया जाएगा। पाकिस्तान 1.1 अरब डॉलर की किश्त देने के लिए आईएमएफ समझौते के लिए काफी बेताब है। पाकिस्तान के नागरिक बुनियादी वस्तुओं को वहन करने के लिए संघर्ष भी कर रहे हैं। कम आय वाले परिवारों के बोझ को कम करने के लिए, प्रांतीय सरकारों ने रमजान में आटे की थैलियों को वितरित करने की योजना की घोषणा की गई थी।