आगे रूट के लिए मेट्रो को मिली हरी झंडी

प्रधान संपादक की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊवासियों के लिए खुशखबरी है। सरकार के नए प्रोजेक्ट के अनुसार चारबाग से बसंतकुज मेट्रो के लिए हरी झंडी मिल गई है। इस प्रोजेक्ट में देरी होने पर इसकी लागत लगभग 20 फीसदी तक बढ़ जाएगी। इसलिए विभाग जल्द से जल्द इस काम को पूरा करने के लिए डीपीआर तैयार कर सकता है।
2019 में शुरू होना था कार्य
केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के अधिकारियों ने रविवार और सोमवार को इस प्रोजेक्ट पर चर्चा की है। इसके साथ ही कानपुर मेट्रों पर भी चर्चा की गई। इसके संचालन पर भी बातचीत की गई।
चर्चा के बाद इस बात पर सहमति बनी की चारबाग से बसंतकुज कॉरिडोर के लिए मेट्रों सेवा का विस्तार बहुत ही जल्दी शुरू किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट पर कार्य साल 2019 में ही शुरू होना था, लेकिन कुछ कारणों से ये लेट हो गया। अब इस प्रोजेक्ट का डीपीआर फिर से बनाना पड़ेगा। इसकी फाइल को कैबिनेट से सहमित मिलने के बाद भी इस पर दोबारा से कार्य शुरू हो पाएगा।
3 साल देर से हो रहा ये प्रोजेक्ट
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अभी हाल ही में अपने आवास पर बैठक की थी जिसमें दूसरे फेज़ के काम को तेज़ी से करने के निर्देश दिए थे। अब लखनऊ में अमौसी से मुंशीपुलिया तक मेट्रो को चलाया जाएगा। लेकिन दूसरी समस्या ये है कि लखनऊ में मेट्रों को उतने यात्री मिल नहीं है। मतलब अभी तक लखनऊ मेट्रो घाटे का सौदा कर रही है।ऐसे में उम्मीद है कि एक और रूट बढ़ने से यात्रियों में संख्या बढ़ेगी। मेट्रो के नए प्रोजेक्ट तीन साल लेट है जिसकी वजह से अब इसको दोबारा शुरू करने में इसकी लागत भी बढ़ जाएगी। जानकारी के मुताबित इसका डीपीआर का काम लगभग पूरा कर लिया गया है और इसको अंतिम रूप दिया जा रहा है। जल्द ही लखनऊ के लोगों के लिए मेट्रो का नया रूट बनकर तैयार होने वाला है।