Uttarpradesh

कर्ज चुकाने के लिए रची थी लूट की फर्जी कहानी, पुलिस ने किया खुलासा

आदित्य मिश्र की रिपोर्ट

हरदोई – जिले के पाली थाने की पुलिस को गुमराह करते हुए लाखों की लूट की झूठी कहानी गढ़ते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। जिसका खुलासा पुलिस ने कर गया है। पाली पुलिस ने सर्विलांस टीम की मदद से सच्चाई को बेपर्दा कर दिया  है ।
एसपी राजेश द्विवेदी ने गुरुवार को यहां मीडिया के सामने बताया कि पाली थाने के सलोनी गांव निवासी सद्दाम पुत्र शेर बहादुर ने दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा था कि 6 सितंबर को वह अपने भाई के साले इमरान पुत्र इश्तियाक के साथ परेली बैंक से रुपए निकाल कर बाइक से घर जा रहा था। इसी बीच उसे कुछ लोगों ने रास्ते में रोका और बेहोशी देते हुए उसके पास से एक लाख 29 हज़ार रुपए,बाइक और मोबाइल लूट लिया। इस तरह की वारदात के बारे में सुनते ही इलाकाई पुलिस के कान खड़े हो गए। सद्दाम की तहरीर पर धारा 328/379 के तहत मामला दर्ज करते हुए इलाकाई पुलिस सर्विलांस और मुखबिरों की मदद से इसके खुलासे के लिए जुट गई।
एसपी ने बताया कि पुलिस को सद्दाम के ऊपर पहले से ही शक था कि वह कुछ छिपाते हुए पुलिस को गुमराह कर रहा है। लूटे गए मोबाइल की सीडीआर की मदद ली गई,तो सद्दाम का झूठ पकड़ा गया। जब सद्दाम पर सख्ती बरती गई तो उसने सब कुछ उगल दिया। एसपी के मुताबिक सद्दाम ने बताया कि उसने शादी में कर्ज़ लिया था। उसने अपने साथी ज़ुबैर पुत्र खलील के कहने पर लूट की झूठी कहानी गढ़ी।
पुलिस सद्दाम को लेकर पाली थाने के किरितियापुर पहुंची। जहां से लूटी गई बताई जा रही प्लेटिना बाइक बरामद की गई। उसके बाद सद्दाम की ही निशानदेही पर कर्ज़ चुकाने के लिए अलग-अलग तीन लोगों को दिए गए 78 हज़ार रुपए और सद्दाम के घर से दो मोबाइल बरामद हुए। पुलिस ने सद्दाम पुत्र शेर बहादुर, इमरान पुत्र इश्तियाक और ज़ुबैर पुत्र खलील के खिलाफ धारा 420/406/411/120-बी के तहत रिपोर्ट दर्ज की है। खुलासा करने में पाली थाने में तैनात एसएसआई संजय कुमार राय, सर्विलांस टीम के हेड कांस्टेबिल इमरान, कांस्टेबिल ओमवीर और पाली थाने में तैनात कांस्टेबिल जयपाल, कपिल कुमार और संदीप कुमार यादव शामिल रहे।

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