Uttarpradesh

पैसे के अभाव मे रूका ग्राम पंचायत शिवपुरी का विकास कार्य,प्रधान ने लगाया भुगतान न करने का आरोप

मोहित गुप्ता ब्यूरो की रिपोर्ट

कोथावां/हरदोई उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्रामीण विकास व ग्रामीणो को उनके दरवाजे पर सभी सरकारी योजनाओं के लाभ दिलाने की परिकल्पना के साथ ग्राम सचिवालय स्थापित करने की योजना संचालित कर सभी ग्राम पंचायतों मे पंचायत सहायकों की नियुक्ति भी कर दी।साथ ही पंचायत भवन निर्माण के लिये करोड़ों रुपयों का बजट भी आबंटित किया।लेकिन प्रशासनिक मक्कारी के चलते एक ही छत के नीचे ग्रामीणो को मिलने वाली सुविधायें दछर की कौडी दिखाई देने लगी है।जनपद हरदोई का ग्रामीण अंचल 1306 ग्राम पंचायतों मे बटकर 19 ब्लाक केन्द्रों से संचालित है।ब्लॉक लेवल के अधिकारियों व कर्मचारियों के मकडजाल मे उलझे ग्राम प्रधान विकास के लिये छटपटाने को मजबूर है।जिले के विकास खण्ड कोथावां की ग्राम पंचायत शिवपुरी इस समय विकास खण्ड कार्यालय के मकडजाल मे उलझी विकास की राह देख रही है।इस ग्राम पंचायत मे पंचायत भवन अधूरा बना पडा है।जहाँ से ग्रामीणो को तमाम सरकारी योजनाओं से आच्छादित होना था एक सपना मात्र बनकर रह गया है। इस सन्दर्भ मे ग्राम प्रधान अतुल सिंह ने बताया कि गांव मे पूर्व प्रधान द्वारा व्रक्षारोपण की सुरक्षित जमीन पर भवन बनाया गया जिस पर प्रशासन द्वारा रोक लगाकर रिकवरी के आदेश दिये गये।इधर वर्तमान प्रधान को पंचायत घर के लिये आरक्षित भूमि पर निर्माण कराने का आदेश दिया गया।आदेश प्राप्त होने पर ग्राम प्रधान ने निर्माण कार्य शुरू करा दिया।निर्माण कार्य मे लगने वाली लागत को प्रधान अतुल सिंह ने निजी साधनो से लगाकर बनवा डाला।इधर जब प्रधान ने भुगतान हेतु वीडिओ से निवेदन किया तो भुगतान न करके यह बताया गया कि पुराने भवन की रिकवरी होने पर ही भुगतान कराया जायेगा।जबकि प्रशासन द्वारा नये कार्य हेतु निर्देशित कर बर्क आर्डर दिया गया।भुगतान न होने से जहाँ एक ओर प्रधान की आर्थिक स्थिति खराब हो गयी वही विकास कार्य पूरी तरह रुक गये हैँ।जिससे आम जनता को मिलने वाली सहूलियत भी अधर मे पडती जा रही है।अब तो बड़ा सवाल उठता है कि इस अधूरे पंचायत के पंचायत भवन में क्या अमृत महोत्सव के तहत सरकार के झंडारोहण का सपना पूरा हो पाएगा।जिस पर जवाब पाने की मंशा रखने वाले पत्रकार का ना,तो खंड विकास अधिकारी ने फोन उठाना मुनासिब समझा और ना ही पंचायत अधिकारी ने।

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