कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने ऐसा ट्वीट किया है, जिसके निहितार्थ उन्होंने स्पष्ट नहीं किए हैं. उन्होंने कहा कि जब शेर को जंजीर से बांधने की कोशिश की जाती है तो एक ही चीज होती है कि जंजीर टूट जाती है. बता दें कि मनीष तिवारी ने कुछ दिन पहले ही अग्निपथ योजना के मुद्दे पर अपनी पार्टी से अलग रुख व्यक्त किया था. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘शेर को जंजीर से बांधने की कोशिश में हर बार एक ही चीज होती है कि जंजीर टूट जाती है.’’तिवारी का यह ट्वीट ऐसे समय में आया है जब नये संसद भवन की छत पर सोमवार को राष्ट्रीय प्रतीक का अनावरण किया गया और विपक्ष ने सरकार पर इसमें शेरों के स्वरूप को बदलकर इसे बिगाड़ने का आरोप लगाया. भाजपा ने विपक्ष की आलोचना को सिरे से खारिज कर दिया है।
मनीष तिवारी ने सुब्रमण्यम स्वामी पर कसा तंजतिवारी ने इससे पहले ‘‘मनीष तिवारी को कांग्रेस का सुब्रमण्यम स्वामी कहा जा रहा है’’ शीर्षक वाले लेख पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्विटर पर लिखा था, ‘‘इस तरह की बकवास करने वाले सज्जन को पता होना चाहिए कि स्वामी यदि कुछ नहीं तो भी विकट विरोधी हैं.’’तिवारी ने रक्षा संबंधित परामर्श समिति के सदस्य के नाते सोमवार को अग्निपथ योजना की वापसी की मांग करने वाले छह विपक्षी सांसदों के एक बयान पर हस्ताक्षर नहीं किये थे. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जब रक्षा पर संसदीय परामर्श समिति के सदस्यों के सामने प्रस्तुतिकरण दिया तो शक्तिसिंह गोहिल, रजनी पाटिल (दोनों कांग्रेस से), सुप्रिया सुले (राकांपा), सौगत राय, सुदीप बंदोपाध्याय (दोनों तृणमूल कांग्रेस) और ए डी सिंह (राजद) ने उन्हें हाथ से लिखा नोट दिया.
अग्निपथ पर मनीष तिवारी का पार्टी से अलग बयान
सूत्रों ने कहा था कि अग्निपथ योजना की सार्वजनिक तारीफ करने वाले और इसे सशस्त्र बलों में अत्यावश्यक सुधार बताने वाले तिवारी ने अपनी पार्टी से अलग रुख अपनाया था. कांग्रेस ने तिवारी के बयान को निजी बताते हुए कहा था कि यह पार्टी का रुख नहीं झलकाता. कांग्रेस ने सशस्त्र बलों में अग्निपथ भर्ती योजना का विरोध किया है, वहीं तिवारी ने कहा कि यह समय की जरूरत है क्योंकि कई अन्य देशों की सेनाओं ने भी ऐसा किया है।
सूत्रों ने यह भी कहा था कि तिवारी ने बैठक में पूछा कि क्या योजना किसी भी तरह पेंशन विधेयक को प्रभावित करती है या नहीं. तिवारी कांग्रेस के जी23 समूह के सदस्य हैं जिसने संगठन में आमूल-चूल बदलाव की जरूरत बताई है और पार्टी नेतृत्व के कुछ फैसलों की आलोचना की है. पूर्व केंद्रीय मंत्री तिवारी पंजाब की आनंदपुर साहिब लोकसभा सीट से सदस्य हैं. कहा ये भी जा रहा है कि कांग्रेस जल्द उनके खिलाफ कोई एक्शन ले सकती है।