Uttarpradesh

कमालगंज के दो और शमशाबाद के एक ग्राम विकास अधिकारी हुए निलंबित

अभिषेक गुप्ता की रिपोर्ट

फर्रुखाबाद मुख्य विकास अधिकारी एम.अरुन्मोली और जिला विकास अधिकारी एक्शन में हैं। भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के मामले में कोई भी रियायत सीडीओ और डीडीओ के स्तर से नहीं बरती जा रही है। शनिवार को जिला विकास अधिकारी ने विकास खंड कमालगंज के दो और शमसाबाद के एक ग्राम विकास अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। उन पर पूर्व में तैनात ग्राम पंचायतों में विकास कार्य न कराने व सरकारी धन का दुरुपयोग करने का आरोप है। दो की जांच बीडीओ कायमगंज व एक की जांच नवाबगंज बीडीओ को दी गई है।

कमालगंज के ग्राम विकास अधिकारी बृजेश यादव और शमसाबाद में तैनात ग्राम विकास अधिकारी देव शर्मा ने राजेपुर विकास खंड की ग्राम पंचायत भुवनपुर ताजपुर में तैनाती के दौरान ग्राम पंचायत में मानक के अनुसार शौचालय का निर्माण नहीं कराया था। सरकारी धन का दुरुपयोग किया। डीएम ने कराई जांच में दोनों ग्राम विकास अधिकारी वित्तीय अनियमितता में दोषी पाए गए थे।
डीएम ने बृजेश यादव से एक लाख आठ हजार और देव शर्मा से छह लाख रुपये की रिकवरी करने का आदेश दिया था। कमालगंज विकास खंड क्षेत्र में तैनात ग्राम विकास अधिकारी मोहित यादव ने शमसाबाद विकास खंड की ग्राम पंचायत कुआखेड़ा में तैनाती के दौरान ग्राम पंचायत में विकास कार्य कराने में सरकारी धन का दुरुपयोग किया था। इनसे सात लाख 96 हजार 520 रुपये की रिकवरी करने और निलंबित करने का आदेश डीएम ने जिला विकास अधिकारी को दिया था।
जिला विकास अधिकारी योगेंद्र कुमार पाठक ने डीएम के आदेश पर तीनों ग्राम विकास अधिकारी को निलंबित कर दिया है। मोहित यादव व बृजेश यादव को विकास खंड कार्यालय कमालगंज, देव शर्मा को विकास खंड कार्यालय शमसाबाद में संबद्ध किया है। देश शर्मा व बृजेश यादव के निलंबन में लगाए गए आरोपों की जांच बीडीओ कायमगंज और मोहित यादव की जांच नवाबगंज बीडीओ को सौंपी है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button