भारतीय जनता पार्टी ने झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है. 64 साल की द्रौपदी मुर्मू का कल यानी 20 जून को जन्मदिन था. अगर वह राष्ट्रपति चुनीं जाती हैं तो देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति होंगी, वहीं दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी. 18 जुलाई को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होगा.
आदिवासी समाज से ताल्लुक रखने वालीं द्रौपदी मुर्मू छह साल एक महीने तक झारखंड की राज्यपाल रही हैं. द्रौपदी मुर्मू अपने सहज स्वभाव के लिए जानी जाती हैं. वे ओडिशा से विधायक भी रह चुकी हैं. उनका जन्म ओडिशा के मयूरभंज जिले में हुआ है. वह ओडिशा में बीजेपी और बीजेडी गठबंधन की सरकार में मंत्री भी रह चुकी हैं।
यशवंत सिन्हा का झारखंड से कनेक्शन
यशवंत सिन्हा झारखंड से सांसद रह चुके हैं. भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी भी रह चुके हैं. 84 साल के हो चुके यशवंत सिन्हा को विपक्षी खेमे में स्थान मिला और उसने राष्ट्रपति चुनाव में उन्हें अपना संयुक्त उम्मीदवार बनाया है. उन्हें उम्मीदवार ऐसे दौर में बनाय गया है जब माना जा रहा था कि उनका राजनीतिक सफर समाप्त होने की ओर अग्रसर है.
बिहार में पैदा हुए और बिहार-कैडर के आईएएस अधिकारी ने 1984 में प्रशासनिक सेवा छोड़ दी और जनता पार्टी में शामिल हो गए. जनता पार्टी के नेता चंद्रशेखर उन्हें पसंद करते थे और उन्हें सक्षम और स्पष्टवादी मानते थे. वह 1998 में हजारीबाग से लोकसभा चुनाव जीता और सरकार में 2002 तक वित्त मंत्री रहे और बाद में विदेश मंत्री बने।