फर्रुखाबाद नगर क्षेत्र में मास्टर प्लान से उहापोह की स्थिति, भ्रम के कारण लोगों की रात की नींद और दिन का चैन हराम

गौरव शुक्ला के साथ अरुण विकास पाठक की रिपोर्ट
फर्रूखाबाद जिले में जिस दिन से मास्टर प्लान घोषित किया गया उस दिन से लोगों में अपने आवास /दुकान को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है। शहर के बाजार अब वीरान हो चुके हैं अब हर तरफ़ आवासीय क्षेत्र को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है। प्रति दिन सुझाव व आपत्ति दर्ज कराई जा रही हैं। प्रशासन के पास अभी तक आवासीय क्षेत्र की लगभग 140 आपत्तियां दर्ज हो चुकी हैं।
इसी क्रम में आज शहर के नेकपुर चौरासी, नेकपुर कलां तथा केशव नगर के लोगों ने जिलाधिकारी को एक ज्ञापन दिया जिसमे उन्हें अवगत कराया गया की शहर की उक्त बस्ती में लगभग 2500-3000 मकान हैं जिसे नक्शे में पार्क घोषित किया गया है।
ये आवास लगभग तीन दशक से बने हैं और 2001व 2011की जनगणना में भी दर्ज हैं। सभी लोगों के पास अपने पक्के बैनामे, बिजली पानी कनेक्शन के बिल उपलब्ध हैं फिर ये भूमि पार्क में किस तरह घोषित हो गई।
जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने बताया कि आपकी आपत्ति पर पूरा विचार किया जाएगा और बेघर होने का भ्रम न पालें।
सभासद निर्मला कटियार के प्रतिनिधि व पुत्र मधुर कटियार ने जब जिलाधकारी को अवगत कराया कि यहां कलेक्टरेट में दो नक्शे लगाए गए हैं जिनमें एक नक्शा 1981 व दूसरा नक्शा 2020 का है जिसमे 1981के नक्शे के अनुसार यहां पार्क दिखाया जा रहा है जबकि 2020 के नक्शे अनुसार इस क्षेत्र में आबादी दिखाई गई है।
इस पर जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि यदि 2020के नक्शे में आबादी है तो अमल में लाया जाएगा।
इस मौके पर सभासद प्रतिनिधि मधुर कटियार के साथ क्षेत्रीय महिलाओं के साथ साथ सभी क्षेत्रवासी कंधे से कंधा मिलाए खड़े दिखाई दिए।