मॉनसून का इंतजार जल्द खत्म होने वाला है। मौसम विभाग के मुताबिक 15 जून से मध्य और उत्तर भारत में मॉनसून आ जाएगा और बारिश शुरू हो जाएगी। आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजन महापात्रा ने कहा, भविष्यवाणी में किए गए परिवर्तन के मुताबिक 15 जून से बारिश की गतिविधियां बढ़ सकती हैं। उन्होंने कहा कि बारिश होने से धान, मक्का, कपास, सोयाबीन, गन्ना और मूंगफली की फसल बोने में आसानी होगी।
बता दें कि 29 मई को मॉनसून केरल पहुंच गया था। इस बार तय समय से दो दिन पहले ही मॉनसून पहुंच गया। हालांकि 1 जून तक बारिश औसत से कम हुई। मौसम विभाग औसत या सामान्य वर्षा का आंकड़ा 50 साल के एवरेज के हिसाब से पेश करता है। 96 से 104 फीसदी तक की वर्षा को सामान्य माना जाता है। पूरी बरसात में 87 सेमी की वर्षा को सामान्य माना जाता है।
मॉनसून पर भारत की कृषि अर्थव्यवस्था आधारित होती है और मॉनसून के सीजन में ही पूरे साल की 70 फीसदी वर्षा होती है। मौसम विभाग के मुताबिक आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, असम, दक्षिणी पश्चिमी बंगाल, मेघालय, सिक्किम और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में अच्छी वर्षा हुई है।
पश्चिमी हवाओं के चलते कर्नाटक, केरल, लक्षद्वीप में अगले पांच दिनों में गरज चमक के साथ भारी बारिश हो सकती है। कर्नाटक में बुधवार से शनिवार तक भारी बारिश की संभावना है। बता दें कि इस समय उत्तर भारत भीषण गर्मी का सामना कर रहा है। गर्मी से राहत पाने के लिए लोगों को बारिश का इंतजार है। मॉनसून से पहले की बारिश की कमी के चलते फसलों पर भी बुरा प्रभाव पड़ा है।