कानपुर के बाद आगरा में भिड़े दो समुदाय, बाइक की मामूली टक्कर के बाद जमकर पथराव

प्रधान संपादक की रिपोर्ट
आगरा-कानपुर के बाद अब आगरा में आगरा में बाइक की मामूली टक्कर के बाद दो समुदाय भिड़ गए और जमकर पथराव हुआ. पथराव ताजगंज के बसई खुर्द इलाके में हुआ. बताया जा रहा है कि बसई खुर्द इलाके की सड़क बनाई जा रही है और दोनों तरफ टाइल्स पड़े हुए हैं. एक मोटरसाइकिल सवार वहां से गुजर रहा था.
तभी उसकी मोटरसाइकिल स्लिप कर गई और एक व्यक्ति से टकरा गई. इसके बाद दोनों के बीच कहासुनी हो गई और कहासुनी अचानक पथराव में बदल गई. दोनों तरफ से पथराव शुरू हो गया. एक-दूसरे के ऊपर पत्थर फेंके जाने लगे. पथराव की सूचना पुलिस तक पहुंची. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में किया. अब स्थिति नियंत्रण में है.
कानपुर हिंसा का PFI कनेक्शन
इस बीच कानपुर में पथराव की घटना के पीछे साजिश के तार खुल रहे हैं. कानपुर में हिंसा से PFI से सीधा कनेक्शन जुड़ रहा है. जो लोग गिरफ्तार हुए हैं, उनमें से कुछ से PFI से जुड़े दस्तावेज भी मिले हैं. हिंसा के मास्टरमाइंड बताए जा रहे जफर हाशमी के दफ्तर से भी PFI की स्टूडेंट विंग CFI के दस्तावेज मिले हैं.
बताया जा रहा है कि बवाल के बाद जफर हयात हाशमी लखनऊ के अपने दफ्तर में छिपा था. इसके दफ्तर से कुछ यूट्यूब चैनल चलाए जाते थे. इन्हीं चैनलों के जरिए 3 जून को कानपुर बंद की अपील जारी की गई थी. हिंसा से जुडे कुछ वीडियो भी बताते हैं कि ये पूरी साजिश थी. एक वीडियो में दिख रहा है कि उग्र भीड़ अपने साथ एक ठेला लेकर चल रही है.
इस ठेले पर पत्थरों का जखीरा है. हिंसा में शामिल तीन-चार लोग इस ठेले को तेजी से आगे बढ़ा रहे हैं और बाकी इसी ठेले से उठाकर पत्थर बरसा रहे हैं. जांच में पता चला है कि चंद्रेश्वर हाता में रहने वाले हिंदू परिवार निशाने पर थे. शुक्रवार को हुई हिंसा के बाद कानपुर में अब भी तनाव है. पुलिस जल्द हर आरोपी की गिरफ्तारी की कोशिश में लगी है