डिलेश्वर प्रसाद साहू की रिपोर्ट
धमतरी – ये अजीब बात नही ये सत्य है कि नगरी ब्लाक के ग्राम पंचायत बिलभदर मे पदस्थ पंचायत सचिव प्रभुराम सिन्हा जिसने अपने गृह ग्राम गाडाडीह मे सैकडो पेड़ लगाकर कीर्तिमान बनाया है , गाँव के तालाब पार मे लगाये गये पीपल का पेड़ अपनी ओर ध्यान आकर्षित कर लेता है आज आप इस गाँव मे कही भी जाओ चाहे आगनबाडी़ , स्कूल , प्रसिध्द भरत मिष्ठान भंडार , गौठान , शमशान घाट हो या मैदान मे इस भीषण गर्मी मे सुकून भरे छाँव मिल जायेगा और पथिक को सोचने पर मजबूर कर देता है कि क्या पेड़ लगाया है ।
हमारे प्रतिनीधी ने गाँव का दौरा किया तो सचिव प्रभुराम सिन्हा ने चर्चा करने से इंकार किया और पेडो़ मे पानी डालने मे मसगुल रहा , प्रभुराम ने प्रेस मे नही छापने की शर्तपर चर्चा के लिए तैयार हुआ इनका कहना था कि मै फोटो छपवाने पर नही पेड़ तैयार करने पर भरोसा करता हूँ ।
प्रभुराम सिन्हा ने बताया कि पेड़ लगाने की प्रेरणा माँ से मिली और माँ के आशीर्वाद से अब तक पेड़ लगाने का सिलसिला जारी है और जब तक शरीर मे पेड़ लगाने की क्षमता होगी तब तक लगाता रहूँगा , इनके कार्य को देखकर तत्कालीन सरपंच युक्ति योगेश साहू ने पर्यावरण मित्र से सम्मानित किया । इनके व्दारा अब तक पीपल, बरगद , नीम , आम , जामुन , जाम , कदम , नारियल , कुसुय , बस्तर सल्फी , अर्जुन , कनेर , दसमत ,आदि लगा चुका है, और उसका देख भाल परिवार की तरह करते है ।
आज वायु प्रदूषण गँभीर होता जा रहा है जिसका मूल कारण बढ़ती आबादी है हमे समय रहते चेतना होगा यदि नही चेते तो पानी की बाटल की तरह आक्सीजन बाटल रखना पडेगा, शिक्षित होने का अर्थ यह कदापि नही कि डिग्री प्राप्त करना, बल्कि शिक्षीत का सही मायने मे समाजिक समरता के लिए काम करना है । किसी को नुकसान पहुचाए बिना आगे बढना और हो सके तो पर्यावरण के लिए पेड़ लगाना है । आप इस वर्ष देखलो कि कितनी गर्मी बढी है पुरी दुनिया ग्लोबल वार्मिँग से जुझ रही है हम हर चीज को सरकार पर नही थोप सकते कुछ ऐसी चीज है जिसे हम अपना नैतिक दायित्व समझ कर सकते है ,और अँत मे मुझे यह कहना है कि जो नर नारी पेड़ लगाही चारो धाम ला सफल बनाही उक्त बातें पर्यावरण मित्र से सम्मानित पंचायत सचिव प्रभुराम सिन्हा ने कहा ।